रायगढ़: रायगढ़ लोकसभा सीट इसलिए खास मानी जाती है क्योंकि इस पर रायगढ़ राज परिवार, सारंगढ़ राज परिवार और जशपुर के जूदेव परिवार का खासा दबदबा है. इस बार स्थितियां बदली हुई हैं, आठों विधानसभाओं में कांग्रेस का कब्जा है.
रायगढ़ और जशपुर जिले की 8 विधानसभाओं से रायगढ़ लोकसभा सीट मिलकर बनी है. इसमें रायगढ़ जिले के रायगढ़, सारंगढ़, धर्मजयगढ़, लैलूंगा, खरसिया विधानसभा, जशपुर के जशपुर, कुनकुरी, पत्थलगांव विधानसभा आते हैं.
भाजपा का रहा है दबदबा
⦁ बीते चार लोकसभा चुनाव से रायगढ़ सीट से भाजपा के विषय व्यवसाय सांसद काबिज हैं.
⦁ साल 1999 के लोकसभा चुनाव में विष्णुदेव साय ने कांग्रेस की पुष्पा सिंह को 58 हजार वोट से हराया था.
⦁ साल 2004 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के रामपुकार सिंह को बीजेपी ने 57 हजार वोट से हराया था.
⦁ साल 2009 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के हृदयराम राठिया को बीजेपी के विष्णुदेव साय ने 75 हजार वोट से हराया.
⦁ साल 2014 के लोकसभा चुनाव में पूर्व मंत्री रामपाल सिंह की बेटी कांग्रेस की आरती सिंह को बीजेपी ने 2,19,000 वोट से हराया था.
रायगढ़ लोकसभा से कांग्रेस उम्मीदवार लालजीत सिंह राठिया ने टिकट मिलने पर खुशी जाहिर की और अपने शीर्ष नेताओं का धन्यवाद दिया है. बता दें कि राठिया दूसरी बार विधायक बने हैं. वे दूसरी बार ओमप्रकाश राठिया की बहू नीलव राठिया को हराकर विधायक बने.