रायगढ़:रायगढ़ रियासत के तत्कालीन राजा चक्रधर सिंह के जन्मदिन के मौके पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. जो चक्रधर समारोह के नाम से जाना जाता है. समारोह गणेश चतुर्थी से लगातार 10 दिनों तक चलता है. कार्यक्रम में देश विदेश के शास्त्रीय संगीतकार, नृत्यकार और कला के प्रेमी शिरकत करते हैं. रायगढ़ ही नहीं प्रदेश भर के लोग भी इसे देखने पहुंचते हैं. कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के लिए कलाकारों का चयन भी उनके गुरु, कलाकार के विख्यात नाम और उनके कला की बारीकियों को देखकर किया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी की चपेट में चक्रधर समारोह भी आ गया. 22 तारीख को गणेश चतुर्थी के दिन से शुरू होने वाला चक्रधर समारोह स्थगित कर दिया गया है.
रायगढ़ जिले के ही पंथी गायन और शास्त्रीय गायन करने वाले शेखर गिरी बताते हैं कि वे बीते कई सालों से वह चक्रधर समारोह में प्रस्तुति देते आ रहे हैं, लेकिन इस बार चक्रधर समारोह नहीं होने से उन्हें कला और नाम के साथ आर्थिक क्षति भी हुई है. आज हालत यह हो गई है कि छोटी सी दुकान लगाकर वे सब्जी बेचने को मजबूर हैं. उसी के भरोसे अपना परिवार चला रहे हैं. शेखर बताते हैं कि जब भी वे मंच पर अपनी प्रस्तुति देते हैं, तब लोग मंत्रमुग्ध होकर उनको देखने लगते हैं. राष्ट्रपति, राज्यपाल और सीएम तक उन्हें सम्मानित कर चुके हैं. वह देश-विदेश में कार्यक्रम कर चुके हैं, लेकिन आज स्थितियां हो गई है कि वे सब्जी बेचने को मजबूर हैं.
नहीं मिली आर्थिक मदद: शेखर गिरी
नृत्य और कला के क्षेत्र में उन्हें कई अवॉर्ड मिल चुके हैं, लेकिन अवॉर्ड से पेट नहीं चल रहा है. उन्हें अबतक किसी तरह की आर्थिक मदद भी नहीं मिली है. उनके जैसे कई कलाकार हैं जो आज प्रवासी मजदूर बनने को मजबूर हैं. शेखर ने बताया कि समारोह में प्रस्तुति देने से उन्हें मानदेय भी मिलता है. साथ ही मान-सम्मान भी मिलता है, लेकिन इस बार चक्रधर समारोह न होने से उन्हें काफी नुकसान पहुंचा है.