रायगढ़: घरघोड़ा के ग्राम छोटेगुमडा में एक बारहसिंघा खाना और पानी की तलाश कर रहा था. तभी कुत्तों ने हमला कर दिया. बारहसिंघा जान बचाने को गांव के खेत में बने एक कुंए में कूद गया. कई घंटे बाद रेस्क्यू कर बाहरसिंघा को कुंए से बाहर निकाला गया. लेकिन चोट लगने की वजह से उसकी मौत हो गई.
वन विभाग के द्वारा वन्य प्राणियों की सुरक्षा और संरक्षण के दावे तो बहुत किए जाते हैं. हालांकि हर साल गर्मी में पानी और खाने के तलाश में भटकते वन्य प्राणी कुत्तों के हमले से अपनी जान गंवा बैठते हैं. फिर शिकारियों का शिकार बन जाते हैं. दरअसल, रायगढ़ के घरघोड़ा ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम छोटे गुमड़ा में आज सुबह 7 बजे जंगल से निकलकर भोजन और पानी की तलाश में गांव तक पहुंचे एक बारहसिंघा पर कुत्तों ने हमला कर दिया. अपनी जान बचाने के लिए बारहसिंघा गांव के पास के खेत में बने कुंए में कूद गया. तब जाकर उसकी जान कुत्तों से बच सकी. मगर चोट लगने की वजह से बारहसिंघा की मौत हो गई.
कुएं में गिरे बारहसिंघा की मौत की सूचना पर पूरा गांव वहां एकत्रित हो गया. गांव के लोगों ने बताया कि गर्मी के चलते इस मिट्टी से बने कुएं में पानी कम होने से बारहसिंघा कई घंटे जिंदा था.वह बाहर निकलने के लिए छटपटा रहा था. कुएं में गिरे इस जानवर को किसी किसान ने आज सुबह देखा उसके बाद भारी भीड़ वहां जमा हो गई. गांव वालों के अनुसार जंगल से भटक कर ये बारहसिंघा कुत्तों के दौड़ाने से अचानक कुएं में जा गिरा था.
बताया जा रहा है कि गांव वालों की सूचना के कई घंटे बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. रेस्क्यू कर बाहरसिंघा को कुंए से बाहर निकाला गया. उपस्थित डॉक्टर ने प्रारंभिक उपचार में ही अत्याधिक चोट लगने की वजह से उसकी मौत होने की पुष्टि कर दी है. इस संबंध में वन परिक्षेत्र के रेंजर लक्ष्मी प्रसाद श्रीवास्तव ने बताया कि, 10 बजे बाहरसिंघा को कुंए से निकालने हेतु रेस्क्यू आपरेशन किया गया था. कुछ देर बाद उसे बाहर निकाला गया. परंतु शरीर में अंदरूनी और बाहरी चोट अत्याधिक होने की वजह से उसे बचाया नहीं जा सका.