रायगढ़: सरकारी कर्मचारी का तमगा, न्यूनतम वेतनमान जैसे कई मुद्दों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने अपनी मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. जिला मुख्यालय में आयोजित रैली में जिलेभर से करीब 5 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल हुईं थी.
18 हजार रुपये वेतन और भी बहुत कुछ, पढ़ें क्या है आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग - anaganbadi worker
प्रदेशभर में अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग जगहों पर धरना-प्रदर्शन किया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मांगें नहीं मानी जाने पर सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ऊपर भी वादाखिलाफी का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि अक्टूबर, 2018 में पीएम मोदी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की वेतन वृद्धि का वादा किया था, लेकिन आज तक वे इसपर कुछ नहीं किए. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कम से कम 18 हजार रुपये प्रतिमाह न्यूयनत वेतन की मांग कर रही हैं.
प्रदेशभर में प्रदर्शन
रायगढ़ के साथ प्रदेश के कई हिस्सों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. महासमुंद, कांकेर, जशपुर समेत कई जगहों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली. महासमुंद में कार्यकर्ताओं ने अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर पटवारी कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन को अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा. इधर, जशपुर में भी जिलेभर से पहुंची कार्यकर्ताओं ने 8 माह से चल रही लुकाछिपी के खेल पर नाराजगी जताते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी दे डाली.