नारायणपुर :दंडवन के कबीर पंथ स्व सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने बिहान योजना के तहत मदद की गई. जिसके तहत डीएमएफ मद से लगभग 5 लाख रुपए की चार पहिया मैजिक वाहन अनुदान में 2.40 लाख लोन से जिला पंचायत नारायणपुर में पांच वर्ष पहले दिया गया.कुछ दिनों बाद वाहन को दूसरे ने चलाया.लेकिन महिलाओं को एग्रीमेंट के अनुसार भुगतान नहीं होने से लोन की राशि बैंक में जमा नहीं हो पाई.इसी वजह से महिला समूह डिफाल्टर हो गया और महिलाएं कर्जदार हो गईं. अब महिलाएं अधिकारी और जिला पंचायत के चक्कर लगाने को मजबूर हैं.
महिलाओं को लोन पर दिलवाया वाहन : पूरा मामला ग्राम दंडवन में कबीर पंथ स्व सहायता समूह की महिलाओं से जुड़ा है. जहां डीएमएफ मद से लगभग 5 लाख रुपए की चार पहिया वाहन आधे अनुदान में समूह की महिलाओं को दिया गया था. इसके बाद गांव में समूह की महिलाओं ने वाहन को अपने हिसाब से संचालित कर रही थी. एक माह बाद जनपद पंचायत के अधिकारी जाकर स्व सहायता समूह की महिलाओं से मैजिक वाहन के बीमा करवाने के नाम से 60 हजार रुपए की मांग की. समूह की महिलाओं ने बीमा राशि नहीं दी तो अधिकारी वाहन लेकर नारायणपुर पहुंचे.इस बीच 3 महीने तक अधिकारियों ने वाहन को अपने पास रखा.
अफसर ने महिलाओं को कार्रवाई का दिखाया डर : इसके बाद समूह की महिलाओं को बैंक का लोन चुकाने का दबाव बनाया गया.अफसर ने महिलाओं को गाड़ी बेचने के लिए मजबूर किया.कार्रवाई की डर से महिलाओं ने अफसर ने जैसा कहा वैसा ही महिलाओं ने किया. जिसके बाद जनपद पंचायत नारायणपुर बिहान का अधिकारी बीपीएम ने एक निजी लव डब स्कूल के संचालक के साथ 8 हजार महीना देने की शर्त पर घर से स्कूल तक लाने और वापस घर छोड़ने का कार्य में लगा दिया.स्कूल संचालक टाटा मैजिक वाहन का उपयोग 2 साल तक अपने स्कूल में बच्चों को लाने और छोड़ने का कार्य किया करता था.