नारायणपुर:नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में तीन नक्सलियों ने गुरुवार को नारायणपुर पुलिस और बीएसएफ के सामने आत्मसमर्पण (Three Naxalites surrender in Narayanpur) किया है. इस विषय में एसपी सदानंद कुमार ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार पर विश्वास जताते हुए और नक्सलियों की नीतियों से परेशान होकर ये नक्सली मुख्यधारा में वापस लौटे हैं, जिसमें एक जाटलूर एरिया एलओएस नक्सली सदस्य और दो अन्य नक्सली सदस्य शामिल हैं.
तीन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण: नारायणपुर जिले में लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस के माध्यम से लगातार नक्सल विरोधी अभियान के कारण नक्सलियों पर बढ़ते दबाव और शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नारायणपुर में 3 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है.
नारायणपुर में बैकफुट पर लाल आतंक पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी: जाटलुर एलओएस कमांडर अशोक तामु को ग्राम स्तर पर संगठन में सक्रियता को देखकर नक्सली संगठन में शामिल किया था, तब से उनको नक्सली संगठन में दिये गये पद एवं जिम्मेदारियों को सक्रिय रूप से निभा रहे थे. दरअसल, नाराणपुर में तीन नक्सल सदस्यों द्वारा माओवादी संगठन को छोड़कर सामाज के मुख्यधारा में शामिल होना पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है.
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इन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण:
- रमेश मोंहदा उर्फ गुड्डू, थाना ओरछा, जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़. नक्सली संगठन में जाटलुर एलओएस सक्रिय सदस्य के तौर पर काम करते थे. ये साल 2007 से 2014 तक संघम सदस्य के तौर पर कार्यरत था. साल 2014 से अब तक जाटलुर एलओएस सदस्य के रूप में सक्रिय रहा. 3 साल पहले सीएनएम भर्ती का काम करता था.
- राजेश कुमार मोंहदा उर्फ राजू, थाना बेदरे, जिला- बीजापुर, छत्तीसगढ़. इसने साल 2017 में 1 वर्ष तक संघम सदस्य के तौर पर काम किया. साल 2018 से जन मिलिशिया सदस्य रहते हुये नक्सलियों के लिए राशन, दवाई और दैनिक उपयोगी सामाग्री सप्लाई करता था.
- साधु पल्लो उर्फ महेश, ग्राम कारंगुल लंका, थाना ओरछा, जिला- नारायणपुर. ये नक्सली संगठन में भरमार बंदूक के साथ कार्यरत था. ये सीएनएम का सदस्य रहा है. साल 2018 से जन मिलिशिया सदस्य रहते हुये नक्सलियों के लिए राशन, दवाई एवं दैनिक उपयोगी सामाग्री सप्लाई करता था.