नारायणपुर: भारत सरकार की खेलो इंडिया योजना के तहत खेलो इंडिया सेन्टर ऑॅफ एक्सिलेंस प्रारंभ किया जा रहा है. जिसमें हॉकी, एथलेटिक्स और तीरंदाजी के बालक बालिकाओं को जिला स्तर पर चयन कर राज्य स्तर पर भेजा जाएगा. छात्रावासी खेल एकेडमी में प्रवेश के लिए खेल एवं युवा कल्याण विभाग की ओर से जिला स्तरीय सलेक्शन ट्रायल प्रारंभ किया गया है.
प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में खेल और फिटनेस का महत्व अमूल्य है. यदि हम खेल में भाग लेते हैं, तो हमारे अंदर टीम के साथ कार्य करने की भावना में बढ़ोत्तरी होती है. खेल की आवश्यकता को समझते हुए केंद्र सरकार ने खेलो इंडिया प्रोग्राम को लांच किया है. खेलो इंडिया का मुख्य उद्देश्य उन खिलाड़यों को प्रेरित करना है, जो खेल में रुची होने के बाद भी आर्थिक कारण से खेल में अपना करियर नहीं बना पाते हैं. ऐसे खिलाडयों की खोज करके उन्हें विश्व स्तर तक ले जाने के लिए सलेक्शन किया जा रहा है.
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नारायणपुर के स्थानीय परेड ग्राउंड खेल मैदन में एथलेटिक्स के बच्चों का चयन किया जा रहा है. 15 फरवरी से प्रक्रिया शुरू की गई है. जिला खेल अधिकारी ने बताया की 9 साल से 17 साल के बच्चों के लिए ट्रायल की प्रक्रिया जारी है. ट्रायल में 300 बच्चे उपस्थित हुए. तीरंदाजी, दौड़, हॉकी के लिए बच्चों का चयन किया जाना है. चयन प्रक्रिया के पूर्व बच्चों को मोटर एबीलिटी टेस्ट लिया गया है.
एकेडमी में प्रवेश के लिए सलेक्शन ट्रायल शुरू राज्य स्तरीय खेल अकादमी प्रारंभ
बिलासपुर के साथ-साथ रायपुर में भी खेल विभाग द्वारा राज्य स्तरीय खेल अकादमी प्रारंभ की जा रही है. आवासीय खेल एकेडमी रायपुर और बिलासपुर में बालक-बालिकाओं को प्रवेश मिलेगा. जानकारी के अनुसार यह एक आवासीय खेल अकादमी होगी. जिसमें हॉकी, एथलेटिक्स और तीरंदाजी के बालक बालिकाओं को खेल का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा. उन्हें आवास, भोजन, शैक्षणिक व्यय, खेल परिधान, दुर्घटना बीमा, खेल प्रशिक्षण की सुविधाएं, खेल विभाग की ओर से निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा.
जिला खेल अधिकारी ने बताया कि 9 साल से 17 साल के बच्चों के लिए ट्रायल प्रक्रिया जारी है. 300 बच्चे उपस्थित हुए थे. तीरंदाजी, दौड़, हॉकी के लिए बच्चों का चयन किया जाएगा. चयन प्रक्रिया के पूर्व बच्चों को मोटर एबीलिटी टेस्ट लिया गया, जिसके बाद कौशल परीक्षण किया गया है.