नारायणपुरः नारायणपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत धौड़ाई में सरपंच गोमती देहारी के डेढ़ साल से ज्यादा के कार्यकाल के दौरान ग्रामीणों सहित पंचायत के पंचों ने कई आरोप लगाए थे. निर्माण कार्यों के आलावा अन्य मदों की राशि पर भ्रष्टाचार और पंचायत कार्य प्रणाली में लापरवाही के सवाल खड़े हो रहे थे. इसी को लेकर ग्राम पंचायत के 14 पंचों में से 12 पंचों ने महिला सरपंच के खिलाफ मतदान किया. जिसके बाद सरपंच को हटा दिया गया.
16 अप्रैल 2021 को ग्राम पंचायत धौड़ाई के सरपंच के खिलाफ पंचों ने अविश्वास प्रस्ताव पारित कर अनुविभागीय अधिकारी(राजस्व) के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया था. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण जिले में धारा 144 लागू थी. इसके चलते प्रस्ताव पारित होने के 129 दिन बाद अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए ग्राम पंचायत धौड़ाई के सभा कक्ष में छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 21 एवं छत्तीसगढ़ पंचायत (ग्राम पंचायत के सरपंच तथा उप सरपंच के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव) नियम 1994 के तहत बैठक आयोजित की गई थी. पीठासीन अधिकारी के रूप में सुनील सोनपिपरे तहसीलदार नारायणपुर उपस्थित थे.
अगले सरपंच के चुने जाने तक पंचों में से ही किसी पंच को सरपंच नियुक्त किया जाएगा. मतदान के दौरान ग्राम पंचायत के पंचों में सरपंच की कार्यशैली को लेकर काफी असंतोष एवं नाराजगी देखने को मिल रही थी. अविश्वास प्रस्ताव के द्वारा सरपंच के हटते ही पूरे जिले के ग्राम पंचायतों में हड़कंप मच गया है.