नारायणपुर:जिला मुख्यालय से महज 56 किलोमीटर दूर पिनगुंडा नाले में दूसरी बार बाढ़ (Flood in Pingunda drain) आई है. जिससे राहगीर बीच रास्ते में फंस गए है. बुधवार की सुबह 6 बजे से नारायणपुर-ओरछा मार्ग बंद (Narayanpur-Orchha road closed) हो गया है. जिसका ओरछा का सबसे बड़ा साप्ताहिक बाजार पर असर पड़ सकता है. इस नाले में रविवार को पहली बार बाढ़ आई थी. 3 घंटे तक नाले में पानी लबालब भरा रहा. आज पानी का स्तर कम होने पर आवाजाही शुरू होने की उम्मीद लगाकर राहगीर नाले के पास इंतजार कर रहे हैं.
नारायणपुर-ओरछा मार्ग बंद, साप्ताहिक बाजार पर असर
नारायणपुर के पिनगुंडा नाले में दूसरी बार आई बाढ़, राहगीर फंसे - drizzling rain in rayanpur
नारायणपुर मुख्यालय (Narayanpur Headquarters) से महज 56 किलोमीटर दूर पिनगुंडा नाले (pingunda) में दूसरी बार बाढ़ आने से राहगीर और वाहन फंस गए हैं. वहीं लोग पानी कम होने का इंतजार कर रहे हैं.
दरअसल, बीते 5 दिनों से नारायणपुर में रिमझिम बारिश (drizzling rain in rayanpur) हो रही है. बारिश थमने के बाद लोग पानी कम होने का अंदेशा जता रहे हैं. बुधवार को ओरछा का सबसे बड़ा साप्ताहिक बाजार लगता है. इस बाजार में नारायणपुर से बड़ी संख्या में व्यापारियों का आना होता है. लेकिन बाढ़ की वजह से उनकी गाड़ी नाले के किनारे खड़ी हुई है. वहीं ओरछा से आ रहे यात्री बस भी दूसरे किनारे पर खड़ी हुई है. जिससे लोगों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. नाले के दोनों किनारे पर लोगों को भीड़ जमी हुई है.
अबूझमाड़ की बड़ी आबादी ओरछा साप्ताहिक बाजार से रोजमर्रा की दैनिक उपयोगी वस्तुओं की खरीदी करते हैं. अबूझमाड़ के दूरस्थ अंचल से आने वाले ग्रामीण भी ओरछा बाजार बड़ी संख्या में पहुंचते हैं. लेकिन बाजार नहीं लगने की वजह से ग्रामीणों को खाली हाथ लौटना पड़ सकता है. बता दें कि ओरछा साप्ताहिक बाजार ग्रामीणों के लिए जिंदगी का अहम हिस्सा है.
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अबूझमाड़ के ग्रामीणों को सरकारी राशन उपलब्ध कराने के लिए नारायणपुर से ओरछा चावल लेकर निकली राशन गाड़ी भी बाढ़ में फंसी हुई है. इधर ओरछा साप्ताहिक बाजार में पहुंचे ग्रामीण व्यापारियों के पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं. बाढ़ की वजह से व्यापारियों की गाड़ियां नाले के पास सुबह 7 बजे से फंसी हुई है. गाड़ियां नहीं पहुंचने के कारण बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है. जिससे ग्रामीण जरूरत की सामग्रियों के लिए भटक रहे हैं.