नारायणपुर: ओरछा रोड में छोटे राजपुर की सड़क पहले ही बारिश में पूरी तरह कीचड़ में तब्दील हो गई है. ग्रामीणों की मांग पर सरकार ने इस सड़क का निर्माण कराया था, लेकिन अब इस सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं.
आठ गांवों का एक ही सहारा, लेकिन वो सड़क भी बन गई दलदल मामला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर ओरछा मार्ग पर स्थित ग्राम पंचायत राजपुर के आश्रित गांव छोटे राजपुर का है, जहां 2018 में सरपंच एमपी बाय समरथ और सचिव हेमंत कचनाम ने केंद्रीय विशेष सहायता मदरसे से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर तक सड़क का निर्माण कराया था, इसमें सचिव सरपंच ने सड़क निर्माण के लिए लगभग 25 से 30 मजदूरों से काम करवाया था.
मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया
सड़क निर्माण में लगे ट्रैक्टर जेसीबी मालिकों को लगभग 6 लाख का भुगतान तो किया गया, लेकिन सड़क निर्माण में लगे मजदूरों को एक साल बीतने के बावजूद भी मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया. इस संबंध में जब सरपंच से बात की गई तो सरपंच ने कहा कि सड़क निर्माण के लिए 2018 में विशेष केंद्रीय मत से 19 लाख रुपए की स्वीकृति हुई थी. इस कार्य को प्रारंभ करने से पहले, पहली किस्त के रूप में 8 लाख ग्राम पंचायत को दिया गया था. इसमें से लगभग 6 लाख रुपए ट्रैक्टर और जेसीबी मालिकों को भुगतान किया गया, लेकिन मजदूरों को भुगतान नहीं मिलने से ग्रामीणों में काफी रोष है.
सड़क कीचड़ में हुई तब्दील
वहीं ग्रामीणों की मानें तो सरपंच द्वारा सड़क का घटिया निर्माण किया गया. इस सड़क पर पहले मिट्टी और मुरूम जरूर डाला गया, लेकिन इसके ऊपर रोलर नहीं चलाया गया बारिश में सड़क से मिट्टी और मुरूम बहने के कारण सड़क कीचड़ में तब्दील हो गई है. कई गांव जाने का एक ही मात्र रास्ता है जैसे गिरगई झारा बेरमा, ईद, ईदनार, नेल सहित लगभग 8 गांव को जोड़ने वाली सड़क दलदल में तब्दील हो गयी है.