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Instructor Teachers Demands Salary Hike: पोटा केबिन के इंस्ट्रक्टर शिक्षकों ने की वेतन वृद्धि की मांग, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन - pota cabin Instructor Teachers Demands Salary Hike

Instructor Teachers Demands Salary Hike पोटा केबिन में पढ़ाने वाले इंस्ट्रक्टर शिक्षकों ने वेतनवृद्धि की मांग की है. इंस्ट्रक्टर शिक्षक पिछले 12 साल से एक ही मानदेय पर काम कर रहे हैं. वेतन वृद्धि के लिए इंस्ट्रक्टर शिक्षकों ने कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है.

Instructor Teachers Demands salary hike
पोटा केबिन के इंस्ट्रक्टर शिक्षकों ने की वेतन वृद्धि की मांग

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Published : Aug 8, 2023, 4:42 PM IST

नारायणपुर : आवासीय पोटा केबिन ओरछा और देवगांव में पढ़ाने वाले इंस्ट्रक्टर शिक्षकों ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. इंस्ट्रक्टर शिक्षकों का कहना है कि वो कई साल से पोटा केबिन में पढ़ रहे बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं. लेकिन उन्हें सिर्फ पार्ट टाइम शिक्षक की तरह ही मानदेय मिलता है. जबकि बच्चों को पढ़ाने के अलावा इंस्ट्रक्टर शिक्षक को पोटाकेबिन में रहकर 24 घंटे देखभाल भी करनी होती है. रेगुलर शिक्षक की तरह उनसे काम तो लिया जा रहा है लेकिन मानदेय नहीं मिल रहा.


क्या करते हैं इंस्ट्रक्टर शिक्षक ? :इंस्ट्रक्टरटीचरअबूझमाड़ जैसे बीहड़ इलाकों में जाकर बच्चो की काउंसलिंग करते हैं. इसके बाद बच्चों को बीहड़ इलाकों से लाकर पोटा केबिन में रखा जाता है.जहां उनकी शिक्षा और विकास पर ध्यान दिया जाता है. ये पूरा काम इंस्ट्रक्टर शिक्षकों के भरोसे होता है.लेकिन जो मानदेय शिक्षकों को मिल रहा है वो काफी कम है.बढ़ती महंगाई से साथ इंस्ट्रक्टर शिक्षकों का मानदेय नहीं बढ़ा.जिसे बढ़ाने की मांग अब शिक्षक कर रहे हैं.


'' जो हम काम करते हैं. उसे पार्ट टाइम कर दिया गया है. लेकिन 24 घंटा ड्यूटी करते हैं. पार्ट टाइम लिखा है. उसे हटाया जाए और वेतन में वृद्धि किया जाए. इंस्ट्रक्टर सुबह से शाम तक बच्चों को पढ़ाते हैं. बच्चों के पालक से संपर्क करते हैं. इस दौरान कई बीहड़ क्षेत्रों में नदी नाले को पार करना पड़ता है.बच्चों को सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से भी जोड़ते हैं.''-लावेंत्री कोर्राम, इंस्ट्रक्टर शिक्षक, पोटाकेबिन आवासीय विद्यालय

आपको बता दें कि पोटा केबिन आवासीय विद्यालय ओरछा में नियमित शिक्षक नहीं हैं. 14 इंस्ट्रक्टर शिक्षकों के माध्यम से बच्चों की देखरेख और पढ़ाई करवाई जाती है.आश्रम की व्यवस्था, बच्चे बीमार ना हो, इसकी चिंता करते हुए हॉस्पिटल पहुंचाना और इलाज करवाना सभी कार्य इंस्ट्रक्टर ही करते हैं.

'' पार्ट टाइम शिक्षक लिखा गया है. उसी हिसाब से वेतन मिला रहा है. हम 24 घंटे काम 10 से 12 वर्षों से कर रहे हैं. हमें समान काम समान वेतन दिया जाए मांगें पूरी नहीं होने पर हम सभी उग्र धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे.''-महेश कुमार यादव,इंस्ट्रक्टर

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चुनावी साल में मांग पूरी होने की उम्मीद :छत्तीसगढ़ में चुनावी साल है.कई संगठनों सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले रखा है.ऐसे में इंस्ट्रक्टर शिक्षक भी वेतन वृद्धि की मांग कर रहे हैं. इंस्ट्रक्टर शिक्षकों को उम्मीद है कि आने वाले समय में सरकार उनकी मांगों को सुनेगी और वेतनवृद्धि होगी.

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