नारायणपुर:नारायणपुर में नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगे वाहनों में आग लगा दी (Naxalites set fire to vehicles in Narayanpur) है. तीन वाहनों को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया है. ये घटना जिला मुख्यालय के कुकड़ाझोर इलाके की है. कुकड़ाझोर के रेंगाबाड़ा इलाके में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़क का निर्माण कार्य चल रहा था. इस इलाके में नक्सली सड़क निर्माण का लगातार विरोध कर रहे थे. जिसके बाद आज नक्सलियों ने यहां मौजूद वाहनों में आग लगा दी.
नारायणपुर में नक्सलियों का उत्पात 15 से 20 की संख्या में पहुंचे थे नक्सली: बताया जा रहा है कि 15 से 20 की संख्या में नक्सली ग्राम रेंगाबेड़ा पहुंचे. उसके बाद उन्होंने एक पानी टैंकर, 1 वाईब्रो मशीन, 1 मोटर साइकिल शामिल को आग के हवाले कर दिया. इस दौरान नक्सलियों ने वाहनों के देख-रेख और वहां काम कर रहे मजदूरों को काम बंद करने की चेतावनी भी दी.
यह भी पढ़ें;दंतेवाड़ा : नक्सलियों ने 4 वाहनों को किया आग के हवाले
पिछले दो सालों में बढ़ा नक्सलियों का उत्पात:पिछले 2 वर्षों में जिले में नक्सली उत्पात काफी बढ़ गया है. सड़क निर्माण में लगे वाहनों को आग के हवाले करना तो जैसे आम बात हो गई है. पिछले दिनों नक्सलियों ने आमदई खदान में लगे मशीनों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया था. ओरछा मार्ग में भी आये दिन नक्सली पेड़ काटकर और सड़क खोदकर बंद कर दिया करते हैं. अक्सर इस तरह की घटनाएं देखने को मिलती है.
ठेकेदारी कार्य में लगे सरकारी वाईब्रो पर उठ रहे सवाल: रेंगाबेड़ा-गोंगला मार्ग पर सड़क निर्माण कार्य कर रहे वाईब्रो को भी नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया है. यह वाइब्रो जनसशक्तिकरण योजना के तहत जनपद पंचायत नारायणपुर द्वारा खरीदा गया था, जिसका उपयोग सरकारी कार्यों में किया जाता है. साथ ही प्रतिदिन 5000 के किराए पर ठेकेदारों को भी दिया जाता रहा है. सूत्रों की मानें तो पिछले कुछ समय से जिला पंचायत के स्टेनो कैलाश दीवान द्वारा कार्यालय में खड़े वाईब्रो को बिना रसीद काटे और कार्यालय को जानकारी दिए बिना ही किराए पर दिया जा रहा है. ऐसे में यह भी जांच का विषय रहेगा कि ठेकेदार को वाईब्रो मशीन देने की सूचना कार्यालय जिला पंचायत को थी या नहीं और उसकी अग्रिम राशि किस तारीख को प्राप्त की गई है.