नारायणपुर :जिले के ओरछा मार्ग पर पिनगुंडा नाला के पास नक्सलियों ने बीती रात पत्थर रखकर और बैनर बांधकर मार्ग बंद किया. मार्ग बंद होने के कारण रात को ओरछा जाने वाले वाहन वापस छोटेडोंगर की ओर लौट गए.आपको बता दें कि आज ओरछा का साप्ताहिक बाजार है. जहां अबूझमाड़ के ग्रामीण अपनी दैनिक उपयोग की सामग्री की खरीदारी करने मीलों पैदल सफर करके पहुंचते हैं.ऐसे में अचानक मार्ग बंद हो जाने से साप्ताहिक बाजार में असर पड़ेगा.
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दहशत फैलाने की कोशिश :नारायणपुर ओरछा मार्ग में नक्सलियों की मौजूदगी से आसपास के गांवों में अब दहशत का माहौल है. सड़कों पर बैनर नेलनार एरिया कमेटी ने लगाए हैं.जिसके बाद अब रोड ओपनिंग पार्टी मौके पर पहुंचकर मार्ग को दुरुस्त करने की कोशिश कर रही है. ऐसी घटनाओं में ज्यादातर पूरे सड़क मार्ग को सर्च किया जाता है.क्योंकि नक्सली बंद के दौरान सड़क के नीचे IED लगा देते हैं, ताकि सुरक्षाबलों को निशाना बनाया जा सके.
सात दिसंबर को साप्ताहिक बाजार में नक्सलियों ने लूटे हथियार:नारायणपुर में नक्सली वारदात लगातार जारी है. इससे पहले भी सात दिसंबर को नारायणपुर के बाजार से नक्सली सुरक्षा में तैनात जवान का राफयल लेकर फरार हो गए थे. यह घटना ओरक्षा बाजार की थी. सीएएफ जवान को चकमा देकर नक्सली जवान का रायफल लेकर फरार हो गए थे. बाद में सुरक्षा बलों ने इस हथियार को बरामद कर लिया था
29 अप्रैल 2022 को नक्सलियों ने की थी आगजनी: इससे पहले नक्सलियों ने 29 अप्रैल 2022 को भी नारायणपुर (Narayanpur) में सड़क निर्माण में लगे दो वाहनों और एक मुंशी के मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया था. दिनदहाड़े ही नक्सलियों ने इस वारदात को अंजाम दिया था. इसके अलावा मजदूरों को भी बंधक बनाकर उनसे मारपीट करने के साथ ही नक्सलियों ने दोबारा काम पर लौटने पर जान से मारने की भी धमकी दी.
नक्सलियों ने इस वारदात को नारायणपुर शहर से महज 15 किलोमीटर दूर रेंगाबेड़ा गांव में अंजाम दिया था. बाद में नक्सलियों ने मजदूरों को छोड़ दिया था. नारायणपुर का अबूझमाड़ धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. यहां लगातार नक्सली वारदात होती रहती है. इस बार नक्सलियों ने मोबाइल टावर का विरोध किया है.