Narayanpur News: नारायणपुर के 14 गांवों के हजारों लोग पीते हैं साफ पीने का पानी, जानिए कैसे
Narayanpur News नारायणपुर को जल जीवन सर्वेक्षण 2023 में उत्कृष्ट काम करने के लिए केंद्रीय जलशक्ति, पेयजल और स्वच्छता विभाग ने सम्मानित किया. जल जीवन मिशन के तहत यहां के 18 हजार से ज्यादा घरों में साफ पीने के पानी के लिए नल कनेक्शन दिया गया है. Narayanpur honored for excellent work
नारायणपुर\रायपुर:नारायणपुर जिले के 18 हजार 72 घरों में पीने के साफ पानी का नल कनेक्शन दिया जा चुका है. इस जिले के 14 गांव ऐसे हैं जहां शतप्रतिशत परिवारों को नल कनेक्शन दिया गया है. नक्सल और कठिन बसाहट वाले इस जिले में उत्कृष्ठ काम करने के लिए केंद्रीय जलशक्ति, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने जिले को सम्मानित किया है. जिले को सम्मान मिलने पर सीएम भूपेश बघेल ने भी इस काम में लगे जल जीवन मिशन के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है.
नारायणपुर में नल जल अभियान: नक्सल प्रभावित और जंगल और पहाड़ियों से घिरे जिले के गांव गांव में हर ग्रामीण को शुद्ध पीने का पानी उपलब्ध कराना चुनौतीपूर्ण काम था. इस काम को पूरा करने के लिए सबसे पहले 1 अक्टूबर 2022 से 30 जून 2023 तक जल जीवन सर्वेक्षण कराया गया. जल जीवन मिशन के तहत 30 हजार 322 परिवारों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया. फिलहाल 18 हजार 72 घरों तक नल कनेक्शन पहुंचाया जा चुका है. 14 गांव ऐसे हैं जहां शतप्रतिशत परिवारों को कनेक्शन दिया जा चुका है.
छत्तीसगढ़ में जल जीवन मिशन: राज्य में जल जीवन मिशन अंतर्गत प्रदेश के कुल 43 हजार 974 शाला (86.78 प्रतिशत), 41 हजार 719 आंगनबाड़ी केंद्र (83.39 प्रतिशत) और 5246 स्वास्थ्य केंद्र (97.86 प्रतिशत) में रनिंग वाटर उपलब्ध कराया जा चुका है. राज्य के 2470 आश्रम शालाओं में रनिंग वाटर की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. राज्य के 7 जिलों धमतरी, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, मुंगेली, जांजगीर चांपा और सक्ती जिले में 70 प्रतिशत से ज्यादा घरेलू कनेक्शन देने का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है.
जल जीवन मिशन के कार्यों में मानक गुणवत्ता के साथ वांछित प्रगति मिली है. वर्तमान स्थिति में हर रोज 7000 घरेलू कनेक्शन दिए जा रहे हैं. 60 प्रतिशत परिवारों को घरेलू कनेक्शन दिया जा चुका है. राज्य के कुल 422 गांवों को हर घर नल जल का लाभ मिल चुका है.-आलोक कटियार, मिशन संचालक, जलजीवन मिशन
नारायणपुर जिले में दो विकासखंड ओरछा और नारायणपुर है. ओरछा का अधिकांश क्षेत्र अबूझमाड़ के अंतर्गत आता है, जो लगभग 4 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है. अब तक क्षेत्रों का सर्वेनहीं हो पाया है. इस असर्वेक्षित क्षेत्र में 275 से ज्यादा गांव है, जहां मसाहती सर्वे का काम चल रहा है. विकासखण्ड ओरछा के अंदरूनी ग्राम उदिदगांव, गुलुमकोड़ो, कोकोड़ी, कुंडला, खडकागांव, गुरिया एवं पल्ली गांवों में कार्य पूर्णता पर है.