Jal Jeevan Mission: जलजीवन मिशन को लेकर जिले को मिला सम्मान, लेकिन धरातल में काम अधूरा, जनदर्शन में ग्रामीणों ने की शिकायत - जलजीवन मिशन का काम अधूरा
Jal Jeevan Mission नारायणपुर के ग्राम उडीदगांव में तीन साल से जल जीवन मिशन का काम अधूरा पड़ा है. सोमवार को गांव के ग्रामीण जलजीवन मिशन के आधा अधूरे काम को लेकर कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचे थे. ग्रामीणों ने नारायणपुर कलेक्टर अजीत वसंत से मुलाकात कर इसकी शिकायत की है.
नारायणपुर: केंद्र सरकार ने बीते दिनों आकांक्षी जिले के तहत जलजीवन सर्वेक्षण 2023 में अच्छे कार्य के लिए नारायणपुर जिले को सम्मानित किया. इस बीच सोमवार को नारायणपुर के उडीदगांव के ग्रामीण जलजीवन मिशन के आधे अधूरे काम और मजदूरी भुगतान काी मांग को लेकर साप्ताहिक जनदर्शन कार्यक्रम में पहुंचे. ग्रामीणों ने नारायणपुर कलेक्टर अजीत वसंत से मुलाकातल कर अपनी समस्या उनके सामने रखी.
केवल कागजों में पूरा किया गया काम:जलजीवन मिशन में अच्छे काम के लिए जिले को सम्मानित किया गया है. नारायणपुर जिला प्रशासन ने जिले के 12 गांव के हजारों परिवार तक जल जीवन मिशन के तहत शुद्ध पेयजल पहुंचाने का दावा किया. लेकिन नारायणपुर के उडीदगांव में स्थिति इसके ठीक विपरीत है. मामला जिला मुख्यालय नारायणपुर से महज 25 किमी दूर ग्राम उडीदगांव का है, जहां साल 2020-21 में जल जीवन मिशन का काम शुरु किया गया था. ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार के लापरवाही और प्रशासनिक उदासीनता के चलते नल कनेक्शन से घर-घर तक पानी पहुंचाने काम तीन साल से आधा अधूरा पड़ा है. गांव में नल जल योजना का काम केवल कागजों में पूरा है, धरातल में काम पूरी तरह ठप है.
"हम लोग दो मांगों को लेकर कलेक्टर जन दर्शन में आए हैं. इसमें जल जीवन मिशन का कार्य गांव में अधूरा है. दूसरी मांग ग्राम उड़ीदगांव से केडापदर कच्ची सड़क को पक्की बनाने की है." - मनोज कुमार करंगा, ग्रामीण, ग्राम उड़ीदगांव
पूरा नहीं हुआ हैं पाइपलाइन बिछाने का काम: ग्राम उड़ीदगांव के दूसरे ग्रामीण तुलाराम सलाम ने बताया, "जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन बिछाने का कार्य पूरा नहीं हुआ है. आधा अधूरा कार्य होने से लोगों के घरों तक पानी नहीं मिल रहा है. आधे-एक किलोमीटर दूरी से ग्रामीण महिलाओं को पानी भरना पड़ता है."
अधिकारी कर रहे काम पूरा होने का दावा: नारायणपुर के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में कार्यपालन अभियंता संतोष कुमार वर्मा ने दावा किया है कि जिले के 12 गांवों में जल जीवन मिशन के तहत कार्य पूरा किया गया है. इन गांवों में रेमावंड, गोंगला, मूरहापदर, सुफगांव, तेलसी, उडीदगांव, गुलुमकोडो, नयानार, उडीदगांव सहित कुल 12 गांव शामिल हैं. जहां जल जीवन मिशन के तहत कार्य पूर्ण होने और गांवों के हर घर में शुद्ध पेयजल पहुंचने का दावा किया जा रही है.
"उड़ीदगांव के लोग मजदूरी न मिलने की शिकायत को लेकर आए थे. विभाग को तत्काल उनकी समस्या निराकरण के लिए के निर्देश दिए गए हैं. गांव में पानी की आपूर्ति में अगर कोई भी समस्या आ रही है, तो तत्काल उसका निराकरण कर पानी की आपूर्ति बहाल करने निर्देशित किया गया है." - अजीत वसंत, कलेक्टर, नारायणपुर
केंद्रीय जलशक्ति पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने नारायणपुर को आकांक्षी जिले के अंतर्गत सम्मानित किया है. जलजीवन सर्वेक्षण 2023 में उत्कृष्ट कार्य के लिए जिले को प्रशस्ति पत्र देिया गया. केंद्र सरकार द्वारा जलजीवन सर्वेक्षण 1 अक्टूबर 2022 से 30 जून 2023 तक किया गया था. जिले में 30 हजार 322 परिवारों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.