Farmers Crop Ruined: निर्माणाधीन तालाब बना किसानों के लिए काल! महिला ने रोते हुए कहा- 'पूरे साल की फसल बर्बाद हो गई"
Farmers Crop Ruined जिले में कुछ दिनों से हो रही बारिश एक तरफ कई किसानों के लिए खुशी बनकर बरसी है. वहीं नारायणपुर के ग्राम बोरगांव में कई किसानों के लिए यही बारिश आफत बन गई है. अमृत सरोवर के तहत निर्माणाधीन तालाब बारिश की भेंट चढ़ गया है. जानिए क्या है पूरा मामला...
किसानों की फसल बर्बाद
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Published : Jul 25, 2023, 2:26 PM IST
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Updated : Jul 25, 2023, 2:56 PM IST
नारायणपुर: जिले में ग्राम पंचायत बोरगांव के आश्रित ग्राम खड़कागांव में दो किसानों के 5 एकड़ खेत में तालाब का पानी भर गया है. अमृत सरोवर के तहत खेतों के पास तालाब बना था. जिसका पानी खेतों में बह गया है. आसपास के सभी खेत जलमग्न हो गए हैं. खेत में लगाई गई फसल तबाह हो गई है. किसानों के खेत में लहलहाती धान की फसल पूरी तरह से पानी में डूब गई है. ग्राम पंचायत खड़कागांव के आश्रित ग्राम बोरगांव का यह मामला है.
खेतों में भरा पानी: तालाब का पानी खेतों में चार से पांच फीट तक भर गया है. किसान रमेश ध्रुव का कहना है कि उसने कर्ज लेकर ढाई एकड़ की खेत में फसल लगाया था. अब निर्माणाधीन तालाब के पानी की चपेट में आने से फसल खराब हो गई. फसल बर्बाद होने पर कर्जा चुकाने की चिंता भी सता रही है.
किसानों की फसल बर्बाद: किसान ग्राम पंचायत सचिव, तो कभी पटवारी और ग्राम सेवक के चक्कर लगाने मजबूर है. लेकिन किसानों की समस्या सुनाने वाला कोई नहीं है. रमेश ध्रुव की पत्नी ने भावुक होकर बताया कि "परिवार के जीविकोपार्जन का एकमात्र साधन कृषि है. कृषि पर परिवार निर्भर है. इसके आलावा घर में कोई और कमाने वाला नहीं है. पूरे साल भर का फसल अब बर्बाद हो गया है. हाथ में कुछ नहीं आयेगा." यह बताते बताते महिला किसान रो पड़ी और अपनी पीड़ा जाहिर की.
किसानों का आरोप: किसानों का आरोप है कि जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी अब तक किसान के खेत का मुआयना करने नहीं पहुंचे हैं. किसान टकटकी लगाए जलमग्न खेत को देख रहे हैं और पानी निकल जाने का इंतजार इस उम्मीद में कर रहे कि शायद फसल बच जाए. वहीं कई दफा शिकायत के बाद नारायणपुर जनपद पंचायत के सीईओ घनश्याम जांगड़े खेतों का मुआयना करने पहुंचे. उन्होने किसानों को राहत पहुंचाने की बात कही है.
पुराना तालाब में कर दी नई स्वीकृति: दरअसलअमृत सरोवर के तहत जिले में 75 तालाबों को विकसित किया जा रहा है. जो तालाब अस्तित्व खो चुके है, उनको फिर से बनाया जा रहा है. इसी के तहत ग्राम पंचायत खड़कागांव के आश्रित ग्राम बोरगांव में 16 लाख रुपए की लागत से पुराने तालाब में काम कराया गया लेकिन आधे अधूरे तालाब को बिना जांच परखे बनाने से किसानों के लिए यह मुसीबत बन गया है.