नारायणपुर :रावघाट लौह अयस्क परियोजना में आने वाले गांवों की आंगनबाड़ी का कायाकल्प सीएसआर मद से होना था. इसके लिए दस गांवों के बारह आंगनबाड़ियों को चुना गया. इन आंगनबाड़ियों में 3 करोड़ 30 लाख की लागत से सौंदर्यीकरण का काम होना था. हर आंगनबाड़ी को 15-15 लाख से उन्नयन करने का प्लान जिला प्रशासन ने बनाया. इसमें पानी पीने की व्यवस्था, मॉड्यूलर किचन, पालना घर, बच्चों के लिए प्ले रूम और स्मार्ट क्लास के लिए बड़ी टीवी का इंतजाम होना था. लेकिन हकीकत में मॉडल आंगनबाड़ी योजना कागजों में ही रह गई. क्योंकि जितने भी आंगनबाड़ी में काम हुए वो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए.
ठेकेदारों पर घटिया काम करने का आरोप:जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों के सौंदर्यीकरण में जमकर भ्रष्टाचार की शिकायत मिल रही है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सौंदर्यीकरण के बाद हो रही दिक्कतों को मीडिया के सामने ले आए. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की माने तो सौंदर्यीकरण के बाद भी आंगनबाड़ी में वो सुविधाएं नहीं मिली जिसका दावा किया गया था. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का कहना है कि ठेकेदार ने इतना घटिया काम किया है कि अब ये नए काम ही परेशानी बन गए हैं.
ठेकेदार ने टाइल्स का काम पूरा नहीं किया है. किचन का काम भी अधूरा है.सीट टूटा लगा दिया है, जिससे पानी टपक रहा है. वहीं पीने का पानी दूर से लाना पड़ता है. इस बारे में ठेकेदार से कई बार कहा गया.लेकिन उसने सुधार करने की सिर्फ बात कही, लेकिन आया नहीं. -हेमलता ध्रुव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
आंगनबाड़ी में तो काम कुछ नहीं हुआ है, बस रिपेयरिंग किए हैं, पेंटिंग किए हैं और टाइल्स लगाए हैं. किचन में गैस के लिए सेट किए हैं लेकिन चूल्हा नहीं है. खाना बनाने की दिक्कत है.अभी बाहर में खाना बना रहे हैं.सीट के नीचे खाना बना रहे थे.उसे निकाल कर ले गए. आंगनबाड़ी के शौचालय में दरवाजा नहीं है. जो दरवाजा था उसे भी निकाल कर ले गए. -जागेश्वरी चंद्रकार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
भ्रष्टाचार पर ये क्या बोल गए मंत्री कवासी लखमा:भ्रष्टाचार की बात जब मीडिया में आई तो अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए अनियमितताओं की जानकारी प्रभारी मंत्री कवासी लखमा को दी गई. साथ ही उन्हें ये बताया गया कि किस तरह से मॉडल आंगनबाड़ी के नाम पर पैसों का बंदरबाट हो रहा है. लेकिन मंत्री कवासी लखमा ने इस बारे में जो जवाब दिया वो संतोषजनक नहीं था.