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Children Expelled From Atmanand School: स्वामी आत्मानंद स्कूल के 40 बच्चों की कटी टीसी, दो साल फेल होने पर लिया निर्णय

Children Expelled From Atmanand School नारायणपुर के छोटेडोंगर में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के 40 बच्चों को प्राचार्य ने टीसी थमाया है.प्राचार्य के मुताबिक लगातार दो साल से फेल हो रहे बच्चों को शाला से निकाला गया है.जबकि पालकों के मुताबिक उनके बच्चे सिर्फ एक साल ही फेल हुए हैं.

Children Expelled From Atmanand School
स्वामी आत्मानंद स्कूल के 40 बच्चों की कटी टीसी

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Published : Jul 28, 2023, 10:06 PM IST

स्वामी आत्मानंद स्कूल के 40 बच्चों की कटी टीसी

नारायणपुर : स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल छोटेडोंगर के प्राचार्य पर जबरन छात्रों की टीसी काटने का आरोप लगा है. छात्रों के परिजनों की माने तो 9वीं और 10वीं कक्षा में पिछले सत्र में फेल हुए छात्रों को शाला से निकाला जा रहा है. प्राचार्य ने ना तो पहले इसकी सूचना दी और ना ही उन्हें इस बारे में कोई जानकारी दी गई.

कलेक्टर से भी नहीं हुआ समाधान :इस बारे में जब पालक अपने बच्चों को लेकर कलेक्टर अजीत वसंत के पास पहुंचे तो उनका गुस्सा और भी भड़क गया.पालक कलेक्टर के जवाब से असंतुष्ट दिखाई दिए.जिसके बाद से पालकों में स्कूल के प्राचार्य के खिलाफ आक्रोश है.


क्यों काटी गई है टीसी : नारायणपुर जिला मुख्यालय से 43 किलोमीटर दूर छोटेडोंगर गांव में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल है.इस स्कूल में पढ़ने वाले नौंवी और दसवीं के 40 छात्रों को दो वर्षों से लगातार फेल बताकर उनका नाम शाला से काट दिया गया. इसके बाद प्राचार्य ने 40 बच्चों के हाथ में टीसी थमा दी. ऐसे में अब बच्चे किस स्कूल में पढ़ाई करेंगे इसकी चिंता पालकों को सता रही है.वहीं छात्रों का कहना है कि वो सिर्फ पिछले सत्र में ही फेल हैं ना कि दो साल से फेल हो रहे हैं.

गरीब परिवार से हैं सभी बच्चे :पालकों के मुताबिक वो बेहद गरीब हैं. अपने बच्चों को मजदूरी करके मुश्किल से पढ़ा रहे हैं. लेकिन प्राचार्य ने स्कूल में अपनी मनमानी चला रहे हैं. वहीं इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि लगातार दो वर्ष फेल हुए छात्रों को टीसी दिया जाना था.जिसकी जानकारी पालकों को पहले ही दी जा चुकी है.

प्राचार्य के द्वारा कहा गया कि मुझे यह भीड़ नहीं पढ़ाना है. आप टीसी ले जाएं. आप सभी को आत्मानंद स्कूल मांगने का बहुत शौक था अब भुगतो. वहीं कलेक्टर ने कहा कि बच्चे फेल हुए हैं तो बच्चे को कैसे स्कूल में रख सकते हैं. आप सभी अपने बच्चों को घरों में शिक्षा दें. -प्रेमबती कचलाम,पालक

पालकों का कहना है कि यदि वो पढ़े लिखे होते तो वो बच्चों को स्कूल कैसे भेजते.छोटेडोंगर जैसे क्षेत्र में बच्चों की पढ़ाई के लिए आत्मानंद स्कूल खोला गया था.लेकिन स्कूल में शिक्षक नहीं होने के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है.

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वहीं अब इस मामले में छात्र संगठन एबीवीपी सामने आया है. एबीवीपी की माने तो पिछले कुछ दिनों से आत्मानंद में पढ़ने वाले बच्चे जो पिछले सत्र में फेल हुए हैं.उन्हें टीसी थमाई जा रही है. ऐसे में आदिवासी बच्चों का भविष्य खराब होगा.क्योंकि जो बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं उन्हें सही मार्गदर्शन देकर पढ़ाई पूरी करवानी चाहिए ना की टीसी काटकर अपनी जिम्मेदारियों से भागना.इस मामले में अब एबीवीपी ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर उचित कदम उठाने को कहा है.

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