नारायणपुर: कोरोना वैश्विक महामारी के बीच इन दिनों कई ऐसे लोग सामने आ रहे हैं जो अपने सुख-दुख की चिंता किए बगैर कर्तव्यों को बखूबी निभा रहे हैं. आज मदर्स डे पर आपको ऐसी ही एक मां से मिलाते हैं जो अपनी नन्ही बच्ची को घर में छोड़कर कोरोना वायरस की जंग लड़ने में अपना योगदान दे रही है.
एक मां ऐसी भी: कोरोना को हराने दूधमुंहे बच्चे को छोड़कर कर रही ड्यूटी नारायणपुर में ऐसी ही एक महिला आरक्षक हैं माहेश्वरी नाग, जो अपनी नन्ही बच्ची को घर में छोड़कर ड्यूटी कर रही हैं. दरअसल इस समय कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर ड्यूटी पर लगा दिया गया है, महिला आरक्षक माहेश्वरी नाग की ड्यूटी भी फॉरेस्ट नाका के पास लगाई गई है, जहां ये महिला आरक्षक अपनी नन्ही बच्ची को घर में छोड़कर ड्यूटी कर रही है.
पति भी निभा रहे हैं फर्ज
माहेश्वरी नाग अपने साथियों के साथ सुबह और रात की अलग-अलग शिफ्ट में ड्यूटी कर लॉकडाउन के दौरान बेवजह घूमने वालों पर नजर रखती हैं. महिला आरक्षक का पति नगर सेना में हवलदार हैं और वो भी लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी में व्यस्त रहते हैं.
महिला आरक्षक ने बताया कि कोरोना वायरस के मामले देश में आने के बाद इन दिनों ड्यूटी बढ़ गई है. बच्ची की देखरेख के लिए घर में परिजन है, जो बच्ची का ख्याल रखते हैं. ड्यूटी के दौरान महिला आरक्षक बीच-बीच में बच्ची से मिलने घर आती है. बच्ची को गोद में उठाने से पहले वो खुद को सैनिटाइज करती है. कई बार ड्यूटी से आने उन्हें अपनी बेटी को गोद में उठाने से डर भी लगता है.