नारायणपुर:छत्तीसगढ़ को राज्य बने 20 साल पूरे होने वाले हैं. सरकारें राज्य में भरपूर विकास करने का दावा करती है. प्रदेश के सभी जिलों में शासन की योजनाओं को पहुंचाने की बात की जाती है, लेकिन आदिवासी क्षेत्रों की कई तस्वीरें इन दावों को खोखला साबित कर देती है.
ऐसी ही एक तस्वीर नारायणपुर जिले के ग्राम बमनी से आई है. गांव में सड़क नहीं होने की वजह से एक महिला का घर पर ही प्रसव करना पड़ा है. बमनी की महिला रूखमणी ने प्रसव पीड़ा के चलते महतारी एक्सप्रेस को कॉल किया, जहां तत्परता दिखाते ईएमटी दिव्या यादव और कैप्टन जागेश्वर नेताम की टीम गांव के नजदीक तक पहुंची, लेकिन खराब सड़क के चलते प्रसूता तक नहीं पहुंच सकी. जिसके चलते महिला का घर पर ही प्रसव करना पड़ा.
खाट के सहारे पहुंचाया गया एम्बुलेंस तक
महिला ने सुबह करीब 9:30 बजे एक बच्ची को जन्म दिया. इसके बाद कुपोषण और कमजोरी के चलते महिला को चक्कर आने लगा, जिसके बाद महिला बेहोश हो गई. महिला को होश में लाने का प्रयास किया गया, लेकिन महिला के स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो सका और सड़क के अभाव में महिला को खाट के सहारे एम्बुलेंस तक पहुंचाया गया.