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नारायणपुर: अबूझमाड़ के बच्चे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली में खेलेंगे फुटबॉल

दिल्ली में हो रहे अंतरराष्ट्रीय सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल कप में घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र अबूझमाड़ के बच्चे छत्तीसगढ़ टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे.

नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ के बच्चे दिल्ली में खेलेंगे फुटबॉल

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Published : Sep 3, 2019, 2:00 PM IST

Updated : Sep 4, 2019, 5:59 PM IST

नारायणपुर: प्रदेश के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र अबूझमाड़ के बच्चे अब अंतरराष्ट्रीय स्तर में अपने खेल का जौहर दिखाएंगे. दिल्ली में चल रहे अंडर-17 फुटबॉल टूर्नामेंट में नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के बच्चों का सेलेक्शन हुआ है, ये बच्चे अंतरराष्ट्रीय सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल कप में छत्तीसगढ़ की टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे.

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नारायणपुर के रामकृष्ण मिशन आश्रम में अबूझमाड़ के बच्चों को पढ़ाई-लिखाई के साथ ही खेल की बारीकियां भी सिखाई जाती है. ये बच्चे बहुत ही मेहनती और प्रतिभाशाली हैं. इन बच्चों को कड़ी ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि मैदान में ये अपना 100 फीसदी प्रदर्शन कर सकें. हर साल यहां से 50 से 60 बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर अपने खेल का जौहर दिखाते हैं.

दूसरे देशों के साथ खेलेगी छत्तीसगढ़ टीम, दिया जा रहा स्पेशल प्रशिक्षण

  • दिल्ली में हो रहे अंतर्राष्ट्रीय सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल कप में कजाकिस्तान, नेपाल, श्रीलंका, इंडोनेशिया और अफगानिस्तान के टीमों के साथ छत्तीसगढ़ टीम खेलेगी.
  • पिछली बार छत्तीसगढ़ टीम को अंडर-14 में अफगानिस्तान से हार मिली थी. इस हार को देखते हुए प्रदेश के बच्चों को स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है, बच्चों को शारीरिक और मानसिक तौर से तैयार किया जा रहा है.
  • ये बच्चे हर परिस्थिति में खेल को समझ सके ऐसी ट्रेनिंग दी जा रही है. इसके साथ ही सभी खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय सुब्रतो मुखर्जी कप में फाइनल जीतने की उम्मीद लेकर जा रहे हैं.

बच्चों का भविष्य उज्जवल बनाने आश्रम करता है सहयोग
आश्रम के सचिव स्वामी व्याप्तानंद महाराज बताते हैं कि, 'इन बच्चों के लिए रामकृष्ण मिशन हर कोशिश करती आ रही है. हम हर साल बच्चों को तैयार करते हैं और बच्चों को नेशनल और इंटरनेशनल लेवल में पहुंचाते हैं. हमारे यहां एक बच्चा सुरेश कुमार ध्रुव जिसका इंडियन टीम में सलेक्शन हुआ है और नार्थ ईस्ट क्लब में शामिल है वो अच्छे खेल का प्रदर्शन कर रहा है.'

सचिव ने कहा कि, 'हम रामकृष्ण मिशन आश्रम में यही कोशिश करते हैं कि अबूझमाड़ के हर बच्चों को कम से कम नेशनल लेवल तक पहुंचाया जाए ताकि इन बच्चों का भविष्य उज्जवल हो. इसके लिए हम बच्चों की हर जरूरतों को पूरा करते हैं और उन्हें सफलता के लिए सहयोग भी करते हैं.'

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मूलभूत सुविधाओं के अभाव में रहते हुए भी इन बच्चों के जज्बे को देखिए, कुछ करने की इनकी ललक इस घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र के सभी लोगों के लिए एक सीख है और प्रदेश के लिए ये बेहद ही गर्व का विषय है कि वंनाचलों से ऐसी प्रतिभाएं अंतरराष्ट्रीय पटल पर सामने आ रही.

Last Updated : Sep 4, 2019, 5:59 PM IST

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