नारायणपुर:जिला अस्पताल लगातार अपने कारनामों के चलते सुर्खियों में रहता है. शनिवार की घटना ने जिला अस्पताल प्रबंधन की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया. अस्पताल प्रबंधन ने एक जीवित युवक को मृत घोषित कर दिया. किसी मृत महिला की ईसीजी रिपोर्ट थमाकर युवक को मृत बता दिया गया था.
डूमरतरई के रहने वाले युवक के पिता पूजमन पात्र ने बताया उनके बेटे को रविवार की सुबह उल्टी, दस्त और पेट दर्द की समस्या हो रही थी. संजीवनी एक्सप्रेस 108 की मदद से उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया.अस्पताल में नाम पता लिखकर उसे ईसीजी कराने ले गए. जिसके बाद ईसीजी की रिपोर्ट देखकर वहां मौजूद डॉक्टर और नर्सों ने कहा कि आपके बेटे ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया है.
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घर में पता चला जिंदा है युवक
युवक के पिता ने बताया कि उनके बेटे को मृत घोषित कर उन्हें ईसीजी रिपोर्ट दे दी गई. गमगीन अवस्था में संजीवनी के माध्यम से उसे वापस घर लाया गया. घर में मातम का माहौल था. तभी अचानक युवक की सांस चलने लगी. परिजनों के होश उड़ गए. अचानक युवक ने चेहरा हिलाया और उसे पसीना आने लगा. उसकी धड़कने भी चलने लगी. युवक की बुआ रामकृष्ण मिशन कुंदला अस्पताल में काउंसलर के पद पर पदस्थ है. उन्होंने भी आकर देखा और बताया कि युवक जिंदा है.
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