नारायणपुर:रावघाट माइंस प्रभावित ग्रामीण उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं. ग्रामीणों ने नारायणपुर के भरांडा थाना के सामने चक्काजाम कर दिया. ग्रामीण भरांडा थाना में एफआईआर दर्ज नहीं होने से नाराज हैं. दरअसल अंजरेल निवासी ग्रामीण सोमनाथ दुग्गा और उनके परिवार के सदस्यों ने डीआरजी जवानों पर मारपीट का आरोप लगाया है. ग्रामीणों के चक्काजाम की वजह से नारायणपुर-अंतागढ़ मुख्य मार्ग बंद हो गया है.
घंटों जाम रहा मार्ग:पुलिस पर जबरन ग्रामीणों से मारपीट का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है. पीड़ित व्यक्ति सोमारू की हालत नाजुक है, जिसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है. मारपीट से नाराज ग्रामीणों ने भरण्डा थाने में एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है. हालांकि थाने में एफआईआर दर्ज नहीं करने पर ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग को बंद किया है. इस जाम में सैकड़ों वाहन फंसे हैं. नारायणपुर रावघाट लोहा माइंस प्रभावित क्षेत्र में पुलिस के जवानों पर आरोप लगा है कि बीते रात पुलिस ने सोमनाथ दुग्गा और उसके परिवार के 7 सदस्यों के साथ जमकर मारपीट की है. जिसमें महिला और छोटे बच्चे भी शामिल हैं. जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए भरंडा थाना के सामने मेन रोड को जाम कर दिया है.
पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ का आरोप:इस मामले में नारायणपुर एसडीओपी लोकेश बंसल ने मीडिया को बताया, "उक्त ग्रामीण पहले नक्सली संगठन में होने की वजह से जेल जा चुका है. नक्सलियों के साथ उसकी मीटिंग की जानकारी हमें मिली थी. जिसकी वजह से हमारे जवान पूछताछ के लिए उसे थाने लेकर आए थे. जवानों के द्वारा किसी के साथ मारपीट नहीं किया गया है." वहीं, इस विषय में ग्रामीण लखन नुरेटी ने बताया, "पुलिस लगातार क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ आए दिन कभी फर्जी मुठभेड़, तो कभी ग्रामीणों से मारपीट करते रहते हैं."