नारायणपुर:मणिपुर में महिलाओं के साथ हुए अत्याचार का विरोध अब अबूझमाड़ में देखने को मिल रहा है. गुरुवार को अबूझमाड़ के कोहकामेटा गांव के हजारों ग्रामीणों ने रैली निकाल कर राज्य और केन्द्र सरकार का विरोध किया. साथ ही मणिपुर हिंसा और महिलाओं के साथ हुए अत्याचार में शामिल आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की. इन प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर सुधार नहीं होता है तो आने वाले समय में अबूझमाड़ में भी मणिपुर जैसी हिंसा हो सकती है.
10 माह से आंदोलन में बैठे ग्रामीण:पिछले 10 माह से अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर अबूझमाड़ क्षेत्र के इर्कभट्टी, तोयामेटा और ब्रेहबेड़ा के ग्रामीण धरने पर हैं.आंदोलन कर रहे ग्रामीणों की सुध लेने वाला कोई नहीं है. इन आंदोलनकारियों का कहना है कि "पिछले 10 माह से हम आंदोलन पर बैठे हैं . हालांकि अब तक हमारी बाते सरकार तक नहीं पहुंची. अब तक प्रशासन ने ना तो हमसे बात की है. ना ही हमारी समस्याओं को जानने की कोशिश की है."
मणिपुर घटना के विरोध में निकाली रैली:अबूझमाड़ के आंदोलनकारी गुरुवार को हजारों की तादाद में कोहकमेटा गांव के पास जमा हुए. उसके बाद रैली निकलते हुए बाजार स्थल पर पहुंचे. यहां आंदोलनकारियों ने मणिपुर घटना का विरोध किया. साथ ही आदिवासियों पर हो रहे शोषण को बंद करने की मांग की. इसके अलावा ग्रामीणों ने कहा है कि अगर हालात में सुधार नहीं हुए तो आगामी दिनों में मणिपुर जैसी घटना अबूझमाड़ में भी हो सकती है.