मुंगेली: एकलव्य हॉस्टल की छात्रा ने बताया कि "हम महिला हॉस्टल वार्डन से परेशान हैं. उनकी आदत ठीक नहीं है. हम लोग हॉस्टल वार्डन को बता कर प्रिंसिपल के साथ मेला घूमने गए थे. हम यह भी बताकर गए थे कि हमे सामान खरीदते वक्त लेट हो जाएगा तो हम रात में वहीं रूकेंगे. हम इस बात को अपने पैरेंट्स को भी बताया है इस बात को हॉस्टल वार्डन ने मीडिया को बता दिया. हमने इस मुद्दे को लेकर एसी सर को भी फोन किए थे. लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया".
एक छात्र ने बताया कि" पुरुष हॉस्टल वार्डन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. हॉस्टल वार्डन का व्यहवार ठीक नहीं है. जब भी खाने में बदलाव की बात करते हैं तो बाप की गाली देते हैं. कभी खेल में खिड़की वगैरह टूटता है तो वह हमारे पैरेंटस से पैसा लेते हैं. हॉस्टल वार्डन का बर्ताव खराब है". यही वजह है कि बालक छात्रावास के अधीक्षक अश्वनी बंजारे और बालिका छात्रावास की अधीक्षिका रीता डिंडोरे को हटाने की मांग पर सैकड़ों की तादाद में आदिवासी छात्रा धरने पर बैठ गए हैं.
बच्चों के परिजन गुलाब सिंह मंडावीने बताया कि हॉस्टल की अधीक्षिका और ब्वॉयज हॉस्टल के वार्डन पर भी बच्चे गंभीर आरोप लगा रहे हैं. दोनों का बर्ताव ठीक नहीं है. यहां खान पान ठीक नहीं है. हॉस्टल वार्डन गाली गलौज करते हैं. ये बच्चे प्रतियोगिता फेस कर यहां स्कूल मे आए हैं. अगर ये हालात सही नहीं होगा तो हम बच्चों के साथ आंदोलन को मजबूर हो जाएंगे.