मुंगेली:कोरोना संकट ने पूरी दुनिया के माथे पर बल डाल दिए हैं. संक्रमण को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन में सबसे ज्यादा परेशानी मजदूरों के हिस्से में आई, जो अपने गांव, अपने घर लौटने के लिए मजबूर हो गए. उनकी रोजी-रोटी छीन गई और उन्हें दो वक्त के निवाले के लिए दर-दर भटकना पड़ा. छत्तीसगढ़ के लाखों मजदूरों को स्पेशल श्रमिक ट्रेन की मदद से दूसरे राज्यों से वापस लाया गया. इन मजदूरों को इनके शहर और गांव के संबंधित क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया. इस बीच मुंगेली के बांकी गांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर में कुछ ऐसा नजारा देखने को मिला, जो सभी को प्रेरित करती है.
बांकी गांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने वाले मजदूर वहां पौधरोपण कर रहे हैं. गांव के सरपंच और होल्हाबाग समिति के प्रेरित करने पर स्कूल में लगाए गए पौधों की देखभाल में लगे हैं. सभी मजदूर रोज परिसर के खरपतवार की सफाई, पौधों में खाद और नियामित रूप से पानी देने का कार्य कर रहे हैं. इतना ही नहीं पंचायत ने मजदूरों को पौधे उपलब्ध करा दिए हैं, जिससे लगातार पौधरोपण किया जा रहा है.