मुंगेली: ऋचा जोगी का जाति प्रमाण पत्र निलंबित कर दिया गया है. जिला जाति सत्यापन समिति ने ऋचा जोगी के द्वारा अभी तक पेश किए गए दस्तावेज की समीक्षा के बाद जाति प्रमाणपत्र को निलंबित कर दिया है. ऋचा जोगी के भाई ऋषभ साधू ने समिति के सामने पेश होकर पक्ष रखा था. जिला जाति सत्यापन समिति ने पूरे प्रकरण को राज्य स्तरीय जाति छानबीन समिति को भेजा है.
जिला स्तरीय छानबीन समिति की ओर से ADM राजेश नशीने ने बताया कि ऋचा रुपाली साधू से जाति प्रमाण पत्र के संबंध में अभिलेख और जवाब मांगा गया था. उनका प्रस्तुत जवाब समिति को संतुष्ट नहीं करता है. इसलिए ऋचा रुपाली साधू का जाति प्रमाण पत्र निलंबित किया गया है. बता दें कि राज्य सरकार ने जाति प्रमाण पत्र के छानबीन के लिए जिला स्तर पर समिति का गठन किया था. जिसके पास जाति प्रमाणपत्र को निरस्त करने का नहीं, निलंबित करने का अधिकार है.
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मुंगेली जिला प्रशासन की इस जाति प्रमाण पत्र छानबीन समिति ने फैसला मीडिया के सामने सार्वजनिक किया है. इस बात के संकेत थे कि जिला स्तरीय छानबीन समिति ऋचा रुपाली साधू का जाति प्रमाण पत्र निलंबित करेगी और अभिलेखों को सौंपने के लिए जो अतिरिक्त समय मांगा गया है, वह नहीं दिया जाएगा. ऋचा जोगी का जाति प्रमाण पत्र जिला स्तरीय छानबीन समिति से निलंबित होने के बाद अब मामला राज्य की उच्चस्तरीय छानबीन के पास जाएगा. जहां पर राज्य स्तरीय समिति इस मामले पर आगे का फैसला लेगी.
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इधर, अमित और ऋचा जोगी के अधिवक्ताओं ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखा है. जिसमें कहा गया है कि कोर्ट का फैसले आने तक निर्वाचन अधिकारी को राजनीतिक दबाव में आकर उनका जाति प्रमाण पत्र निरस्त नहीं करने के स्पष्ट निर्देश दिया जाए.