मुंगेली : छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है. शनिवार को लोरमी इलाके में आंधी-तूफान के साथ जमकर बारिश हुई. यहां सुबह मौसम साफ था, लेकिन दोपहर होते-होते अचानक मौसम बदल गया और बारिश शुरू हो गई. सब्जी किसानों को एक ओर जहां लॉकडाउन की वजह से भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है, वहीं बेमौसम की बरसात ने भी उनकी चिंता बढ़ा दी है. खेतों में फसल पककर तैयार है, ऐसे में उन्हें इसके खराब होने की आशंका सता रही है.
बता दें कि प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले दो महीनों से लगातार तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश का सिलसिला जारी है. कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी हुई है. इस बेमौसम की बारिश की वजह से लोगों को जहां स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं किसानों को भी भारी नुकासन का सामना करना पड़ रहा है.
किसानों की चिंता बढ़ी
मई महीने के बीच में हो रही बरसात ने फसलों के खराब होने का अंदेशा बढ़ा दिया है. किसानों को अपनी रबी की फसल के नुकसान होने का डर सता रहा है. सबसे ज्यादा नुकसान उन किसानों को है, जिन्होंने गेहूं और तिलहन बोया था. खेतों में ज्यादातर किसानों की फसल पककर तैयार है, जिसे सिर्फ काटना बाकी रह गया है, लेकिन बेमौसम बारिश की वजह से तैयार फसल की बाली झड़ने और बीमारी लगने का खतरा बढ़ गया है. वहीं प्रदेश के कई धान खरीदी केंद्रों में अब तक धान का उठाव नहीं होने वो भीगकर बर्बाद हो रहा है.
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तापमान में आई गिरावट
बारिश की वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. लोरमी का तापमान 39 डिग्री से घटकर 33 डिग्री के करीब पहुंच गया है. बता दें कि प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी की थी.