मुंगेली: लोरमी के अचानकमार टाइगर रिजर्व में एक बड़ी गंभीर लापरवाही सामने आई है. लापरवाही भी कुछ ऐसी जो ATR के जंगली जानवरों की सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर रही है. लोरमी के मैकल पर्वत श्रृंखला में बसा अचानकमार टाइगर रिजर्व जैव विविधता और जंगली जानवरों के नाम से मशहूर है. यहां तरह-तरह के वन्य जीव और वनस्पत्तियां पाई जाती है. लेकिन इस टाइगर रिजर्व का विवादों से भी गहरा नाता रहा है.
करीब 553.286 वर्ग किलोमीटर में फैले इस टाइगर रिजर्व का गठन साल 2009 में किया गया था. किसी भी टाइगर रिजर्व के गठन के बाद उसे दो जोन में बांटा जाता है. बीच का एरिया कोर जोन जबकि बाहरी इलाका बफर जोन कहलाता है. कोर जोन वो एरिया होता है जो जानवरों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित होता है. लेकिन लोरमी के अचानकमार टाइगर रिजर्व का कोर एरिया पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है. कोर एरिया का 5 जगहों से इलाका पूरी तरह से खुला हुआ है. सीधे शब्दों में कहें तो कोर 5 स्थानों से पूरी तरह ओपन है. इसके बाहर बफर जोन का निर्माण ही नहीं किया गया है.
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