मुंगेली:कोरोना संक्रमण काल में स्कूल पूरी तरह से बंद हैं. जिसके चलते ऑनलाइन क्लास से पढ़ाई कराई जा रही है. ऐसे में एक शिक्षिका ऐसी भी हैं जो वर्चुअल रियलिटी के जरिए बच्चों को पढ़ाई रही हैं.
कोरोना संक्रमण काल में स्कूलों में ताले लटके हैं. बच्चों की पढ़ाई कोरोना संक्रमण काल में बुरी तरह प्रभावित है. इस ऑनलाइन क्लास से कोर्स पूरा कराया जा रहा है. ऐसे कठिन समय में जहां ऑनलाइन पढ़ाई में छोटे बच्चों को दिक्कतें हो रही हैं. तो वहीं बच्चों में पढ़ाई की रुचि बनाये रखनें के लिए जिले के एक सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल में वर्चुअल रियलिटी पर वीडियोंं बनाना सीखा रहे हैं.
ऑगमेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी से बच्चों की ऑनलाइन क्लास पढ़ें-छत्तीसगढ़ में कब खुलेंगे यूनिवर्सिटी-कॉलेज? क्लास शुरू होने के इंतजार में स्टूडेंट, पिछड़ सकता है अगला सत्र
सरकारी स्कूल की शिक्षिका की पहल
जिले में पहली बार वर्चुएल रियलिटी पर हुए वेबिनार से प्रशिक्षित शिक्षिका स्वाति पांडेय अब एप के माध्यम से बच्चों को क्रिएटिव जानकारी दे रही हैं. स्वाति बताती हैं कि ऑगमेंटेड रियलिटी वर्चुएल रियालिटी का ही दूसरा रुप हैं. आसान भाषा में समझे तो आपके आसपास के वातावरण के साथ एक और आभासी दुनिया को जोड़कर एक वर्चुअल सीन तैयार किया जाता है, जो देखने में वास्तविक लगता है.
बच्चों को वर्चुअल ऑनलाइन क्लास में ले रहे रुचि
करही सरकारी इंग्लिश स्कूल में पदस्थ शिक्षिका स्वाति पांडेय अब अपने स्कूल के बच्चों को इसी माध्यम से पढ़ाई कराकर बच्चों का टेक्नोलॉजी के जरिए बौद्धिक विकास कर रही हैं. वर्चुअल रियलिटी टेक्नोलॉजी भी स्कूली बच्चों को बेहद पसंद आ रही है. इसके माध्यम से बच्चे अपने आसपास के वातावरण को महसूस करते हैं. जिससे वे आसानी से समझ पाते हैं. किसी भी चीज के बारे में जानकारी लेकर वीडियो के माध्यम से उसके बारे में अपनी जानकारी शेयर करते हैं
कोरोना संकट काल में इस नई तकनीक से स्कूली बच्चों की पढ़ाई का नायाब तरीका आनें वाले समय में मील का पत्थर साबित हो सकता है. ऐसे में सरकारी स्कूल की इस शिक्षिका का प्रयास बेहद सराहनीय हैं.