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10th में 100 फीसदी लाने वाली प्रज्ञा कश्यप ने कहा- 'प्राइवेट से अच्छे हैं सरकारी स्कूल' - छत्तीसगढ़ बोर्ड रिजल्ट

जरहागांव शासकीय स्कूल की छात्रा प्रज्ञा कश्यप ने 10वीं बोर्ड में पहला स्थान प्राप्त कर प्रदेश और गांव का नाम रोशन किया है. बोर्ड परीक्षा में पहले स्थान पर रहने वाली प्रज्ञा कश्यप ने ETV भारत को बताया कि वो भविष्य में IAS अफसर बनना चाहती है. प्रज्ञा ने 10वीं बोर्ड में 100 अंक प्राप्त किया है.

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Published : Jun 23, 2020, 7:35 PM IST

Updated : Jun 23, 2020, 9:30 PM IST

मुंगेली: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आज 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे घोषित कर दिया है. 10वीं बोर्ड परीक्षा में मुंगेली के छतौना की सरकारी स्कूल की छात्रा प्रज्ञा कश्यप ने 100 में से 100 प्रतिशत अंक लाकर पहला स्थान प्राप्त किया है. प्रज्ञा कश्यप ने ETV भारत से खास बातचीत में बताया कि वे भविष्य में IAS अफसर बनकर देश की सेवा करना चाहती है.

प्रज्ञा कश्यप ने मारी बाजी, 10th में 100 फीसदी अंक

प्रज्ञा कश्यप ने जरहागांव शासकीय स्कूल से दसवीं की पढ़ाई की है. छतौना में रहने वाली प्रज्ञा कश्यप के पिता भी कवर्धा में शासकीय स्कूल में शिक्षक हैं. प्रज्ञा कश्यप ने बताया कि उन्होंने सत्र के पहले दिन से ही अपनी पढाई की रणनीति बना ली थी. प्रज्ञा ने बताया कि वह नियमित रूप से सभी सब्जेक्ट को एक-एक घंटे का समय देती थी. वे बताती है कि उन्होंने पूरे साल 6 घंटे पढ़ाई की और परीक्षा के दौरान इसे बढ़ाकर 8 घंटे कर दिया था.

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शुरु से ही मेहनती रही है प्रज्ञा

प्रज्ञा शुरू से ही मेहनती छात्रा रही है. उनके टीचर्स को भी उनपर पूरा यकीन था कि प्रज्ञा टॉप टेन में शामिल रहेगी. प्रज्ञा ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षक को दिया है. प्रज्ञा ने बताया कि वो 11वीं में मैथ्स सब्जेक्ट लेना चाहती है और भविष्य में आईएएस बनना चाहती हैं.

प्राइवेट स्कूल से बेहतर सरकारी स्कूलों में होती है पढ़ाई

प्रज्ञा कहती है कि प्राइवेट स्कूल से बेहतर पढ़ाई सरकारी स्कूलों में होती है. वे अपनी सफलता का श्रेय ईश्वर के साथ अपने माता-पिता और टीचर को देती हैं. पिता शिव कुमार कश्यप और माता लता कश्यप के प्रोत्साहन से ही प्रज्ञा आज इस मुकाम पर पहुंची हैं.

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पिता ने जताई खुशी

प्रज्ञा के पिता कहते हैं कि, बेटी की सफलता से वे बहुत खुश हैं. उन्होंने बेटी प्रज्ञा को बधाई भी दी है. वे कहते हैं कि प्रज्ञा ने अपने साथ-साथ पूरे गांव का नाम रौशन किया है. वे बताते हैं कि, प्रज्ञा शुरू से ही पढ़ाई को लेकर बहुत गंभीर रही है. वे बताते हैं कि, प्रज्ञा ने कभी भी तनाव में आकर पढ़ाई नहीं की. उन्होंने हमेशा अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर पढ़ाई की है.

Last Updated : Jun 23, 2020, 9:30 PM IST

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