Manendragarh Chirmiri Bharatpur: मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में सिस्टम बदहाल, नाले में शौच को मजबूर नौनिहाल - खुले में शौच
Manendragarh Chirmiri Bharatpur मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में सिस्टम बदहाली का खामियाजा स्कूली बच्चों को भुगतना पड़ रहा है. स्कूल के शौचालय जर्जर होने के कारण बच्चों को जान जोखिम में डालकर शौच के लिए नाले के पास जाना पड़ रहा है. ये वही स्कूल है, जहां के बच्चे क्षेत्र के लोगों को खुले में शौच करने से रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाते हैं. मगर अपने ही स्कूल ने इनके लिए शौचालय इंतजाम तक नहीं है.
नाले में शौच के लिए मजबूर बच्चे
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Published : Jul 29, 2023, 6:57 PM IST
नाले में शौच के लिए मजबूर नौनिहाल
मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के एक स्कूल में बच्चों को मजबूरन खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है. दरअसल, जिले के भरतपुर विकासखंड सेमरिहा सरकारी स्कूल में शौचालय जर्जर अवस्था में है. यही कारण है कि शासकीय प्राथमिक शाला में छात्र-छात्राओं को खुले में शौच के लिए नाले में जाने को मजबूर होना पड़ रहा है.
स्कूल में बना शौचालय जर्जर:ये स्कूल भरतपुर विकासखंड के अंतर्गत पड़ता है. यहां 74 बच्चे पढ़ते हैं. शासकीय स्कूल सेमरिहा में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय का निर्माण कराया गया था. लेकिन वो शौचालय अब जर्जर अवस्था में है. टूटे-फूटे शौचलाय होने के कारण नौनिहालों के जान को खतरा है. यही कारण है कि ये बच्चे खुले में शौच को जा रहे हैं. जानकारी के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे.
शौचालय जर्जर हालत में होने के कारण बच्चों को इधर-उधर शौच के लिए जाना पड़ता है. क्या करें? मजबूरी में बच्चों को झाड़ियों के पीछे नाला में उतरना पड़ता है. हम बच्चों को रोक भी नहीं सकते. -रचना तिवारी, शिक्षिका
बच्चों को संक्रमण का खतरा:बच्चों की मानें तो इस स्कूल के शौचालय का गेट टूटा हुआ है. खिड़की भी टूट गई है. जो कुछ बचा है, उसमें भी जंग लग गया है. गंदगी इतनी कि कोई भी बच्चा संक्रमण की चपेट में आ जाए. यही कारण कि बच्चे यहां जाने से तौबा कर रहे हैं. बारिश और धूप में बच्चों को खुले में जाकर शौच करने में काफी दिक्कतें होती है. बावजूद इसके बच्चे खुले में शौच को जाते हैं.
हम शौचालय के बारे में जिला शिक्षा अधिकारी को कई बार बता चुके हैं. लेकिन अभी तक शौचालय का निर्माण नहीं कराया गया है. -माया राम, प्रधान पाठक
बच्चों ने चलाया था जागरुकता अभियान: बताया जा रहा है कि जहां ये बच्चे शौच के लिए जाते हैं वहां बड़ा नाला है. बारिश के दिनों में वो नाला भर जाता है, जिससे बच्चों के जान को भी खतरा है. हालांकि व्यवस्था न होने के कारण बच्चों को बाहर भेजना पड़ता. बता दें कि इसी स्कूल के बच्चे लोगों को बाहर शौच न करने को लेकर जागरुकता अभियान चला रहे थे. आज इन्हीं बच्चों को बाहर शौच के लिए जाने को मजबूर होना पड़ रहा है.