Children Cleaning School Tank: मनेंद्रगढ़ के सरकारी स्कूल में बच्चों की जान से खिलवाड़,साफ कराई जा रही पानी की टंकी, वीडियो वायरल
Children Cleaning School Tank: मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के एक सरकारी स्कूल में बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ का मामला सामने आया है. यहां स्कूली बच्चों की जान जोखिम में डालकर स्कूल के छत पर बच्चों से पानी की टंकी साफ कराई जा रही है. अगर कोई हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद जिम्मेदार कार्रवाई की बात कह रहे हैं. mcb news
मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: जिले के एक सरकारी स्कूल की छत पर बच्चों से टीचर ने टंकी साफ करवाया. बच्चों का टंकी साफ करते हुए वीडियो बनाकर किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो वायरल होने पर जब शिक्षक से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्यून नहीं आया है. इसलिए बच्चों को छत के ऊपर टंकी साफ करने के लिए भेजा गया. वीडियो वायरल होने के बाद स्कूल प्रशासन की ओर से सफाई दी जा रही है. स्कूल प्रशासन ने कहा है कि" बच्चों के स्वास्थ्य के लिए उन्हें टंकी साफ करने को कहा है ". इस पूरे मामले में स्कूल की लापरवाही सामने आ रही है.
शिक्षक पर बच्चों से टंकी साफ कराने का आरोप:दरअसल, ये पूरा वाकया जिले के ग्राम पंचायत लोहारी मिडिल स्कूल का है. बताया जा रहा है कि शिक्षक ने नल की टोटी से गंदा पानी आने पर छात्रों को टंकी साफ करने छत पर चढ़ाया. वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखने को मिल रहा है कि स्कूल के छात्र टंकी पर चढ़कर गंदा पानी बाहर निकाल रहे हैं. ग्रामीणों ने इस बारे में बताया "कि पिछले चार दिन से बारिश हो रही है. संभवतः छत पर काई जमी होगी. ऊपर से छत के ऊपर रखी टंकी पर चढ़ना, बच्चों के जान से खेलना है."
मुझे जानकारी नहीं है. मैं रायपुर मीटिंग के लिए आया हूं.-अजय मिश्रा, जिला शिक्षाधिकारी
प्यून के न आने पर बच्चों से कराया टंकी साफ:बता दें कि इस मिडिल स्कूल में 90 बच्चों को पढ़ाने के लिए 5 शिक्षक तैनात हैं. इस बारे में गांव के उप सरपंच रामेश्वर साहू ने कहा कि "मैंने बच्चों को ऊपर चढ़ा देखा और शिक्षक से पूछा, तो वे बोले प्यून नहीं आया है." यानी कि प्यून के न आने पर बच्चों से शिक्षक ने टंकी साफ करवाया है.
मुझे जानकारी मिली है. वीडियो वायरल हुआ है, जो कि गलत है.-सुरेंद्र जायसवाल, बीईओ
शिक्षक ने दी सफाई: इस पूरे मामले में स्कूल के प्रधान पाठक ने सफाई दी है. प्रधान पाठक सुरेन्द्र कुमार ने कहा कि "स्वच्छता पखवाड़ा चल रहा है. बारिश होने से नल की टोटी से गंदा पानी आ रहा था. बच्चे बीमार पड़ते, इसलिए टंकी को साफ करने के लिए बच्चों को चढ़ाया गया था. फिलहाल स्कूल का प्यून छुट्टी पर है." यानी कि पूरे मामले में स्कूल के शिक्षक ने अपनी लापरवाही को बच्चों की सेफ्टी करार दिया है.
कोंडागाव से ऐसा ही मामला आया था सामने, हुई थी कार्रवाई :बता दें कि कुछ दिनों पहले कोंडागांव के एक शासकीय स्कूल से भी ऐसा ही मामला सामने आया था. स्कूल के छत की मरम्मत के लिए बच्चों को स्कूल की छत पर चढ़ाया गया था. जानकारी मिलने के बाद शिक्षकों पर कार्रवाई की गई.