महासमुंद: इस आधुनिक युग और व्यस्त लाइफ में घर पर काम करने वाली मेड्स का बड़ा महत्व है. रोजमर्रा की जिंदगी में लोग इतने ज्यादा व्यस्त हैं कि, घर के कुछ काम करने के लिए एक मेड का होना जरूरी है. मेड्स आज घरों का अनिवार्य हिस्सा हो गई हैं. ETV भारत की टीम ने घरों में सबसे महत्वपूर्ण किरदार निभाने वाली इन मेड्स से बातचीत की है और जानने की कोशिश है कि कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान उन्हें किन किन परेशानिओं का सामना करना पड़ा और अभी क्या हालात हैं. हमने यह भी जानने का प्रयास किया कि इस दौरान हाउस ऑनर्स का उनके प्रति रवैया कैसा रहा.
कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन जैसे ही शुरू हुआ, वैसे ही मेड्स को सभी ने अपने घरों से 2 महीने की छुट्टी दे दी थी, लेकिन अच्छी बात यह रही कि हाउस ऑनर्स ने मानवता की परिचय देते हुए इनकी सैलरी नहीं काटी ताकि वे अपना घर चला सकें. सामाजिक जानकारों का कहना है कि इस कोरोना संकट के दौरान लोगों में सामाजिकता बढ़ी है और समाज में भाईचारा देखने को मिला है.
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