महासमुंद: दिल्ली निर्भया गैंगरेप केस के बाद केंद्र सरकार की ओर से हिंसा से पीड़ित महिलाओं को एक ही छत के नीचे रखने और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिले में सखी सेंटर की स्थापना की गई थी. जो कि अब सुविधाओं के अभाव में दम तोड़ रहा है.
सुविधाओं के अभाव में सखी सेंटर
बता दें कि सखी सेंटर में बेड तो है, लेकिन उस पर बिछाने के लिए चादर-तकिया नहीं है. वहीं सखी सेंटर को 24 घंटे खुला रखने के नाम से संचालित किया गया था. लेकिन सखी सेंटर को महज 12 घंटे ही संचालित किया जा रहा है. वहीं सखी सेंटर में सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम भी नहीं हैं.
स्वास्थ्य विभाग की कैंटीन के भरोसे सखी सेंटर
स्वास्थ्य विभाग के भवन में संचालित सखी सेंटर की हालत ऐसी हो गई है कि, सेंटर में ना तो खाना पकाने के लिए कोई कर्मचारी है और ना ही बर्तनों का इंतजाम. पीड़िता के आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की कैंटीन से भोजन का इंतजाम किया जाता है.