महासमुंद : जिले में धान उत्पादक किसानों के साथ राइस मिलर्स ने धोखाधड़ी की (Rice millers cheated the farmers of Mahasamund ) है. यहां अलग-अलग राइस मिलर्स ने किसानों से धान खरीदा लेकिन कई सालों से उनका भुगतान नहीं (Mahasamund rice millers stopped payment of crores) किया. परेशान किसानों ने महासमुंद में रैली निकालकर कलेक्टर एसपी को ज्ञापन देने की कोशिश की. लेकिन दोनों अफसर मौजूद नहीं थे. जिसके बाद किसानों ने कलेक्टर और एसपी से मिलने की जिद पर कलेक्टर परिसर में ही रुकने की ठान ली .किसान देर रात तक वहीं डटे रहें. इसके बाद पुलिस ने आधी रात को उन्हें गिरफ्तार कर धान मंडी पहुंचाया. गुस्साए किसान बड़े आंदोलन की तैयारी में जुटे हुए थे तभी किसानों को कलेक्टर से मिलवाया गया. जहां 15 से 20 दिनों के भीतर सभी मांगों पर कलेक्टर ने कार्यवाई का आश्वासन दिया है.इसके बाद किसानों ने बड़े आंदोलन को स्थगित कर दिया है.
महासमुंद के राइस मिलर्स ने किसानों को लगाया चूना
किसान की आर्थिक स्थिति खराब : छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ और किसान भुगतान संघर्ष समिति की अगुवाई में दर्जनों पीड़ित किसान पहले कृषि उपज मंडी परिसर में इकट्ठा हुए जहां उन्होंने कन्हारपुरी गांव के किसान कांतिलाल साहू को श्रद्धांजलि दी यहां किसानों का आरोप है कि 65 वर्षीय कांतिलाल साहू ने बकाया भुगतान नहीं होने की वजह से आर्थिक दिक्कतों के चलते कीटनाशक पीकर जान दे दी है. जिसके बाद किसानों ने कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन देकर राज्यपाल ,राज्य सरकार और कृषि विभाग के अफसरों तक अपनी मांग पहुंचाने की बात तय की.
कैसे किसानों से की गई ठगी : किसान नेता जागेश्वर चंद्राकर ने जानकारी दी कि कृषि उपज मंडी समिति महासमुंद क्षेत्र में व्यापारियों ने मंडी समिति से मिलीभगत कर किसानों से सीधी धान खरीदी की. इसके लिए मंडी का सौदा पत्र बनाया गया. कायदे से सौदे के 15 दिनों के भीतर भुगतान मिल जाना चाहिए था. लेकिन कई राइस मिलर्स ने ऐसा नहीं किया. किसानों को बार-बार घुमाया जाता रहा. उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता रहा. इन मामलों की जानकारी मंडी और जिला प्रशासन तक भी पहुंचाई गई. लेकिन किसानों का भुगतान दिलाने के लिए यहां प्रशासन के द्वारा कुछ नहीं किया गया.जिससे किसान काफी परेशान हुए.''
क्या है किसानों की मांग : आपको बता दें कि किसानों की मांग है मृतक किसान कांति लाल साहू का भुगतान तत्काल किया जाए . महामाया एग्रोटेक और साईं कृपा राइस मिल के संचालक तेज प्रकाश चंद्राकर, रत्ना चंद्राकर पर किसानों का बकाया 1 करोड़ 61 लाख 75 हजार 282 रुपये वसूल किया जाए . बागबाहरा के राकेश चौहान ने 19 किसानों का 61 लाख 88 हजार 650 रुपया लिया जाए . देवसराल गांव के राइस मिलर ने 77 किसानों का 1 करोड़ रुपये नही दिए है उसे लिया जाए साथ ही गुरुतेग बहादुर राइस मिल द्वारा किसान पुरुषोत्तम साहू को ब्याज नहीं दिया गया. उसे दिलाया जाए. इन्हीं मांगो को लेकर किसान परेशान हैं. जिसमें अब कलेक्टर ने 15 से 20 दिनों में कार्यवाई और उचित न्याय दिलाने की बात किसानों को कही है. जिससे किसानों ने अपने उग्र आंदोलन को फिलहाल रोक दिया है. Mahasamund district news