महासमुंद:छत्तीसगढ़ में 17 जून को कांग्रेस सरकार के ढाई साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है. प्रदेश की दोनों राजनीतिक पार्टी भाजपा और कांग्रेस अब चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. इसी कड़ी में बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस (protest of congress) ने पैदल मार्च किया तो भारतीय जनता युवा मोर्चा ने भूपेश सरकार से अपने वादे निभाने जिले के चारों विधायकों को ज्ञापन सौंपा(protest of BJYM) है. बता दें कि कांग्रेस ने देश में बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए शहर में पैदल मार्च निकाला. इसके साथ ही सखी सैयां तो खूब ही कमात है महंगाई डायन खाए जात है जैसे गाने गाकर मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया.
पैदल मार्च से पहले संसदीय सचिव और विधायक विनोद चंद्राकर, जिलाध्यक्ष डॉ. रश्मि चंद्राकर, शहर अध्यक्ष खिलावन बघेल, नपा उपाध्यक्ष कृष्णा चंद्राकर आदि कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस भवन में एकत्र हुए. जहां विधायक विनोद चंद्राकर ने कहा कि सात साल पहले भाजपा ने 'बहुत हुई महंगाई की मार अब की बार मोदी सरकार' का नारा लगाते हुए जनता को भ्रमित कर सत्ता में आई. अच्छे दिन लाने का भी वादा किया था, लेकिन केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण आज महंगाई चरम पर है. कमरतोड़ महंगाई ने जनता परेशान है.
छत्तीसगढ़ में फिलहाल नहीं होगा सत्ता परिवर्तन, भूपेश ही बने रहेंगे CM, सिंहदेव को करना होगा 'इंतजार' !
कांग्रेस ने मोदी सरकार की नीतियों को कोसा
विधायक विनोद चंद्राकर ने कहा कि सरकार दो लाख नौकरी देने के अपने वादे से भी मुकर गई. आज पेट्रोल, डीजल, गैस, राशन इत्यादि की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई हैं. जिससे आम जनता का जीना मुहाल हो गया है. मोदी सरकार के नोटबंदी, जीएसटी और ऐसे अनेक फैसलों का जनता पर बुरा असर पड़ा है. केंद्र की सरकार सात साल में पूरी तरह विफल रही है. चाहे गलत नीतियों की बात करें या कोरोना काल में लिए गए गलत फैसलों की.