महासमुंद:त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मिली हार का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. दरअसल, जिले के खल्लारी सोसायटी के अध्यक्ष की बहन पंचायत चुनाव में हार गईं, तो सोसाइटी के अध्यक्ष ने किसानों को टोकन देने से इंकार कर दिया है. परेशान किसान अब आला अधिकारी से टोकन दिलाने का प्रयास कर रहे हैं.
चुनाव में बहन को वोट नहीं दिया, तो अध्यक्ष ने किसानों को नहीं दिया टोकन - धान खरीदी केंद्र
जिले के खल्लारी सोसायटी से एक अनोखा मामला सामने आया है. धान के लिए टोकन लेने गए किसानों को सोसायटी के अध्यक्ष ने टोकन देने से मना कर दिया है. इसकी वजह त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव देखा जा रहा है.
खल्लारी सोसाइटी के एक दर्जन से ज्यादा किसान धान बेचने के लिए सोसाइटी गए, तो सोसाइटी के अध्यक्ष ने किसानों को टोकन देने से मना कर दिया. अध्यक्ष ने कहा कि 'हमारी बहन पंचायत चुनाव में खड़ी थी, जिसे आप लोगों ने वोट नहीं दिया. इसके कारण वह हार गई. अब आप लोग जिसको वोट दिए हो, उसी से टोकन मांगों.' मामले में अपर कलेक्टर का कहना है कि 'शिकायत आई है, जिस पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी.'
धान खरीदी के केवल 7 दिन बचे हैं
जिले में एक दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी हो रही है. इस साल 1 लाख 34 हजार 247 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है. अभी तक 1 लाख 19 हजार 768 किसान धान खरीदी केंद्रों के माध्यम से 58 लाख 38 हजार क्विंटल धान बेच चुके हैं. 14 हजार 479 किसानों ने अभी भी अपना धान नहीं बेचा है. धान बेचने के लिए किसानों के पास अब केवल 7 दिन ही बचे हैं.