महासमुंद: कोविड-19 के दौर में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (Prime Minister Garib Kalyan Yojana) महासमुंद जिले के अंत्योदय, प्राथमिकता वाले राशनकार्ड धारियों के लिए वरदान साबित हो रही है. इस कोरोना महामारी (corona pandemic) में मेहनत,मजदूरी करने वाले परिवारों को दो वक्त की रोटी जुगाड़ने में दिक्कत हो रही थी. वैसे में इस योजना से उन्हें काफी फायदा हुआ है. मोदी सरकार की इस योजना के तहत घर के हर सदस्य को पांच किलो चावल मिलने से गरीब परिवारों का पेट भर रहा है.
क्या है पीएम गरीब कल्याण योजना ?
कोरोना संकट के मद्देनजर गरीबों की मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मार्च 2020 में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की शुरूआत की. इस योजना के तहत हर अंत्योदय वाले राशन कार्डधारियों को प्रति सदस्य पांच किलो चावल और प्राथमिकता वाले कार्डधारियों को चार सदस्य होने पर तीन किलो चावल प्रति सदस्य मुफ्त दिया जा रहा है.
बढ़ाई गई योजना की अवधि
महासमुंद जिले में इस योजना के तहत 578 उचित मूल्य की दुकानों से 2 लाख 69 हजार 509 अंत्योदय, प्राथमिकता राशन कार्ड धारियों तक इस योजना का फायदा पहुंचाया जा रहा है. ये योजना पहले अप्रैल से जून तक के लिए संचालित थी. जिसे बढ़ाकर नवंबर तक के लिए कर दिया गया है. अब दूसरे कोरोना काल में इस योजना को दोबारा शुरू कर दिया गया है.
हितग्राहियों ने किया धन्यवाद
इस योजना की जमीनी हकीकत जानने के लिए ETV भारत शहर के शासकीय उचित मूल्य की दुकान (government ration shop) सुभाष नगर का जायजा लिया. जहां बीपीएल परिवारों से इस योजना के संदर्भ में जानकारी ली. लोगों ने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना केन्द्र सरकार की सबसे अच्छी योजना है. ग्रामीणों का कहना है कि इस कोरोना काल में लोगों का रोजगार छूट गया. रोजगार के लिए जब किसी के पास जाते हैं तो कोरोना का हवाला देकर मना कर दिया जाता है. ऐसे में घर का चूल्हा जलना मुश्किल हो गया था. जब से सरकार ने पांच किलो चावल देना शुरू किया है, तब से हम लोगों के घरों में चूल्हा जलने लगा है. इसलिए हम लोग केंद्र सरकार के शुक्रगुजार हैं. जिसने हम गरीबो के बारे में सोचा.