महासमुंद: जिले को ODF घोषित हुए करीब 3 साल हो गए है. लेकिन हितग्राहियों को शौचालय बनाने के बाद मिलने वाली प्रोत्साहन राशि अब तक नहीं मिली है. ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों की ओर से प्रोत्साहन राशि का गबन किया गया है. इस मामले में कार्रावाई की मांग को लेकर गुरुवार को ग्रामीण कलेक्टर कार्यालय पहुंचे.
कलेक्टर कार्यालय पहुंचे ग्रामीण जगदीशपुर ग्राम पंचायत की आबादी करीब 4 हजार है. पिछड़ा वर्ग के करीब 210 हितग्राहियों ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत साल 2016-17 में खुद के खर्चे से शौचालय का निर्माण कराया था. इसके बाद इस ग्राम पंचायत को ओडीएफ घोषित कर दिया गया. लेकिन इसके 3 साल बाद भी ग्रामीणों को अब तक 12 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है. जो कि शासन की ओर से दी जानी थी.
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सरपंच और सचिव पर आरोप
ग्रामीणों की माने तो जगदीशपुर के पूर्व सरपंच, वर्तमान सरपंच और सचिव 210 हितग्राहियों की 25 लाख 20 हजार रुपये की राशि डकार गए हैं. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत पिथौरा जनपद में की. मामले में गड़बड़ी होने के बाद भी अब तक जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं की गई है. जिससे नाराज ग्रामीण प्रोत्साहन राशि की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. ग्रामीणों ने डिप्टी कलेक्टर से राशि का भुगतान कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. वहीं डिप्टी कलेक्टर ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
सिस्टम पर सवाल!
जिले में शौचालय की प्रोत्साहन राशि गबन करने का ये कोई पहला मामला नहीं है. आए दिन इस तरह की शिकायत लेकर फरियादी कलेक्टर के पास पहुंच रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद प्रशासन कोई कारगर कदम नहीं उठा रहा है, जो पूरे सिस्टम पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है.