महासमुंद: गुरुवार की रात हुई बेमौसम बारिश के कारण धान खरीदी प्रभावित हो रही है. धीमे परिवहन की वजह से उपार्जन केंद्रों में खुले में रखे हजारों क्विंटल धान भीग गए हैं. जिले में 138 धान उपार्जन केंद्रों के जरिए शासन इस बार धान खरीदी कर रही है. नियम के मुताबिक सोसायटी में जो धान का बंपर स्टॉक है उसे सोसायटी से 72 घंटे में उठाव कर लेना है. लेकिन धान खरीदी के अंतिम दौर में भी सोसाइटियों से ज्यादातर धान का उठाव नहीं हो पाया है. जिसकी वजह से धान भीग रहे हैं.
हर धान खरीदी केंद्र और संग्रहण केंद्रों में धान को सुरक्षित रखने के लिए सरकार 2 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से भुगतान करती है. लेकिन इसके बावजूद हर साल धान खराब होता है. जो बड़ी प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है.
बलौदाबाजार और बेमेतरा में भी भीगा धान
बलौदाबाजार और बेमेतरा जिले में भी बेमौसम बारिश से लाखों का धान बारिश में भीगकर खराब हो गया. ज्यादातर धान खरीदी केंद्रों में पर्याप्त शेड की व्यवस्था नहीं होने से कई मीट्रिक टन धान भीगकर खराब हो गया है.