महासमुंदः बेमौसम बारिश ने जिले में धाने खरीदी व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है. बारिश के कारण ज्यादातर धान खरीदी केंद्रों में खरीदी नही हुई है, वहीं किसान अपने टोकन के अनुसार धान खरीदी केंद्रों के चक्कर लगाकर परेशान होते रहें. वहीं आला अधिकारी अपना अलग राग अलाप रहे हैं.
केंद्रों में धान खरीदी रुकी दो-तीन दिनों से मौसम में आये बदलाव ने प्रशासन की व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है. धान खरीदी केंद्रों में धान भीग रहा है और धान खरीदी केंद्रों में फड़ गीला होने के कारण जिले के ज्यादातर धान खरीदी केंद्रो में धान खरीदी नहीं हुई है. किसान टोकन के अनुसार धान लेकर बेचने सेंटर में आए थे, लेकिन बारिश की वजह से उनके धान की खरीदी नहीं हुई.
धान खरीदी से जुड़ी जानकारी
- जिले में 1 लाख 34 हजार 751 किसानों ने पंजीयन कराया है.
- 81 समितियों के 127 धान खरीदी केंद्रों में खरीदी की जा रही है.
- 1 दिसंबर से अभी तक 71 हजार 345 किसानों ने 30 लाख 66 हजार 360 क्विंटल धान बेचा है.
- विपणन विभाग ने अब तक सिर्फ 11 लाख क्विंटल धान का परिवहन किया है.
- केंद्रों में अभी भी लगभग 20 लाख क्विंटल धान बारिश में पड़ा हुआ है.
मामले में विपणन विभाग के आला अधिकारी का कहना है कि जिले के 63 हजार 406 किसानों ने अभी तक अपना धान नहीं बेचा है. प्रशासन एक हफ्ते में 5 दिन ही धान खरीदी करता है और मौसम खराब होने पर भी धान खरीदी का बंद हो जाना कहीं न कहीं किसानों के लिए मुसीबत का सबब है.