महासमुंद: कोरोना की दूसरी लहर ने हाहाकार मचा रखा है. देश के अस्पतालों में कोरोना मरीज ऑक्सीजन की कमी से परेशान हैं. वहीं महासमुंद जिले में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में है. राज्य सरकार और प्रशासन के कुशल प्रबंधन से ये संभव हो पाया है. बता दें कि महासमुंद जिले में 7 शासकीय और 11 निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
कोरोना मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा महासमुंद में बना ऑक्सीजन प्लांट शासकीय अस्पतालों में ऑक्सीजन के 132 बेड और निजी अस्पतालों में 209 बेड हैं. इस प्रकार जिले में कुल 341 बेड ऑक्सीजन के और 511 बेड बिना ऑक्सीजन के हैं. जिला अस्पताल में 176 जंबो सिलेंडर क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट लगा हुआ है. जिसमें से 90 जंबो सिलेंडर की ही वर्तमान में खपत है. ऑक्सीजन प्लांट राज्य सरकार के सीजीएमएससी मद के लगभग दो लाख रुपये की लागत से बनाया गया है.
सरगुजा में ऑक्सीजन प्लांट बना 'संजीवनी', नहीं हो रही है कमी
इसके अलावा जिले के लिए दो सौ सिलेंडर गैस भी मौजूद है. जिसे प्रत्येक ब्लॉक में 10 से 15 सिलेंडर के हिसाब से रखा गया है. जिले में अभी तक 21386 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं जिनमें से 17291 मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं. वर्तमान में एक्टिव केस की संख्या 3857 है. जिले में कोरोना से 238 लोगों की मौत हो चुकी है.
कोरोना मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा ऑक्सीजन प्लांट
कोरोना महामारी के समय में पूरा देश ऑक्सीजन की कमी को झेल रहा है लेकिन महासमुंद के जिला अस्पताल में पहले ही ऑक्सीजन प्लांट लगा दिया गया था. जो अब कोरोना मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है. यहां पर ऑक्सीजन भी पर्याप्त मात्रा में मिल रही है. डॉक्टरों को भी काम करने में सुविधा हो रही है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनके मंडपे का कहना है कि यहां ऑक्सीजन प्लांट पहले ही बन चुका था. इस प्लांट का अभी सबसे ज्यादा उपयोग हो रहा है.