महासमुंद: बसना को 27 मार्च 2003 को नगर पंचायत बनाया गया. बसना की कुल जनसंख्या 10345 है. इसमें 8055 मतदाता हैं. नगर में 3851 पुरुष और 4204 महिला मतदाताओं की संख्या है. शहर में एक थर्ड जेंडर का मतदाता भी रहता है. बसना नगर पंचायत 8 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है.
अंधेरे में है राज्य का 18वां सबसे साफ नगर पंचायत नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड है. जिसमें 10 वार्डों में बीजेपी और 5 वार्डों में कांग्रेस के पार्षद काबिज हैं. स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2018 के सर्वे में बसना को पूरे देश में 93वां रैंक मिला था. वहीं प्रदेश स्तर पर सफाई के मामले में बसना 18 नंबर है.
शहर में पेयजल के लिए फिलहाल 6 करोड़ 28 लाख की लागत से नया फिल्टर प्लांट प्रस्तावित है. जिससे शहर में पानी की कमी तो नहीं है, लेकिन स्ट्रीट लाइट का हाल बेहाल है. पूरे नगर में 500 खंबे हैं. जिसमें 200 से ज्यादा खंभों की लाइट खराब है. शहर की सड़कें भी लगभग जर्जर हो चुकी है. शहर के घरों में तो 100 प्रतिशत घरों में शौचालय है, लेकिन नगर मे मात्र में दो सुलभ शौचालय है, वहां की हालत भी बेहद खराब है.
बसना में फायर ब्रिगेड की सुविधा नहीं है. आग लगने की हालत में बसना को सरायपाली के भरोसे रहना पड़ता है. इसके अलावा शहर में और भी कई मूलभूत सुविधाओं की कमी है. शहर में पीएम आवास के तहत 355 मकान स्वीकृत हैं, इसमें से फिलहाल 51 मकान ही बन पाए हैं. नगर पंचायत बसना में 2028 बीपीएल परिवार के पास राशन कार्ड है. शहर की ज्यादातर सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई है. जिसके कारण बारिश के दिनों में शहर की सड़कों पर पानी भर जाता है.