महासमुंद: एक तरफ जहां देश में धार्मिक उन्माद और नफरत फैलाने के काम में देश विरोधी ताकते लगी हैं. वहीं महासमुंद में साम्प्रदायिक सद्भाव की अनोखी तस्वीर देखने को मिली है. जहां समाज के लोगों ने मिलकर खुशी-खुशी दो गैर समुदायों के दिव्यांग युवक और दिव्यांग युवती की शादी कराई है. पिथौरा में सिख युवक और मुस्लिम युवती की सामाजिक सद्भाव के साथ बहुचर्चित शादी में सभी समाज के लोगों ने शिरकत की और इसे सराहा.
एक विवाह ऐसा भी, जिसने समाज को दिया साम्प्रदायिक सद्भाव का संदेश - महासमुंद में अंतरजातिय विवाह
महासमुंद में साम्प्रदायिक सद्भाव की अनोखी तस्वीर देखने को मिली है. जहां समाज के लोगों ने मिलकर खुशी-खुशी दो गैर समुदायों के युवक और युवती की शादी कराई है. पिथौरा में सिख युवक और मुस्लिम युवती की सामाजिक सद्भाव के साथ बहुचर्चित शादी में सभी समाज के लोगों ने शिरकत की और इसे सराहा.
दरअसल पिथौरा निवासी नूरजहां खान ने 20 साल पहले एक बच्ची को गोद लिया था. उसकी परवरिश की उसका नाम सीमाखान रखा. उसी बेटी की शादी उन्होंने हरमीत सिंह सलूजा से करने का प्रस्ताव रखा, जिसके लिए सिख समाज तैयार हो गया. इस शादी में मुस्लिम समाज और सिख समाज ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. इस अनोखी शादी की पूरे शहर में चर्चा हो रही थी. वहीं दोनों की शादी सिख रीति-रिवाज से कराई गई.
लड़की की मां ने बताया कि, 'इस शादी से सब खुश हैं, क्योंकि बच्ची का घर बस रहा है. सबकी सहमति से ही ये शादी हुई है.' इसके साथ ही लड़के के चाचा ने बताया कि, दोनों परिवार की सहमति से यह शादी सिख रीति-रिवाज से हुई है. सभी लोग इससे खुश हैं, भगवान की बनाई इस जोड़ी से.'