छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

Mahasamund News: महासमुंद में शिशुपाल पर्वत के घोड़ाधार झरने के पास मिला शव, पुलिस नहीं कर पाई शिनाख्त, अब तक हो चुकी है 15 मौतें ! - बलोदा थाना क्षेत्र

Mahasamund News : महासमुंद के शिशुपाल पर्वत के पास मौजूद झरने पर एक और युवक का शव मिला है. शव की हालत खराब है. जिसे पुलिस ने बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.

Shishupal Ghoradhar Waterfall
शिशुपाल के घोड़ाधार झरने के पास मिला शव

By

Published : Jul 26, 2023, 3:30 PM IST

महासमुंद : महासमुंद केसरायपाली क्षेत्र में एक युवक का सड़ा गला शव मिला है. बताया जा रहा है कि शिशुपाल पर्वत के झरने के पास शव बरामद हुआ है.इस बात की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई. जिसके बाद पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया.

झाड़ियों में फंसी हुई थी लाश : मामला बलोदा थाना क्षेत्र का है. सराईपाली से 30 किमी दूर शिशुपाल पर्वत में घोड़ाधार जलप्रपात है.जिसे देखने के लिए सैलानी जुटते हैं.ये जलप्रपात 1100 फीट ऊपर से नीचे गिरता है. बारिश के दिनों में इस कुदरती झरने को देखने के लिए सैलानियों की भीड़ उमड़ती है. लेकिन मंगलवार को पर्यटकों ने इस इलाके में एक शव देखा. जिसे पुलिस ने बरामद करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.

''लाश दो से तीन दिन पुरानी है.वहीं पास ही झाड़ियों में एक बाइक भी बरामद की गई. मौत के कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने बाद ही हो सकेगा. फिलहाल मृतक के शिनाख्ती के प्रयास जारी हैं.''- आकाश राव गिरिपुंजे, एएसपी

शिशुपाल पर्वत को कहते हैं मौत की पहाड़ी :एक हफ्ते के अंदर ही यह दूसरा मामला सामने आया है. जब इस पहाड़ी पर किसी का शव मिला हो. कुछ ही दिन पूर्व इसी पहाड़ी पर पिकनिक मनाने गए कंचनपुर निवासी इंद्रसेन पटेल की मौत हुई थी.सेल्फी लेने गया युवक का पैर फिसला और वो एक हजार फीट नीचे चट्टानों से टकराता हुआ गिरा था.

भिलाई में हाइटेक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में मौत के बाद हंगामा, आयुष्मान से इलाज के बाद भी लूट
Fake Female Doctor Arrests: चोरी की डिग्री से इलाज कर रही थी फर्जी महिला डॉक्टर, मरीजों की जान से किया खिलवाड़
VIRAL: हॉस्पिटल में DJ पर थिरकती रहीं नर्सें, परेशान होते रहे मरीज

शिशुपाल पर्वत में अब तक 15 लोगों की जान गिरकर जा चुकी है.इसके बावजूद जिला प्रशासन सुरक्षा के मद्देनज़र कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. यहां के ग्रामीण एक बार जरूर रोका टोकी करते हैं. लेकिन आने वाले सैलानी सिर्फ भगवान भरोसे ही आते हैं और अपनी जान गवां बैठते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details