महासमुंद: किसान आत्महत्या मामले में एसपी अमित तुकाराम कांबले ने बड़ी कार्रवाई की है.एसपी ने किसान के जेब से मिले सुसाइड नोट के आधार पर गरियाबंद के फिंगेश्वर थाने में तैनात हेड कॉन्सटेबल दुलेश्वर बघेल को लाइन अटैच किया है.साथ ही एएसपी डीसी पटेल के नेतृत्व में पूरे घटनाक्रम की जांच करने को कहा है.इस कार्रवाई में किसान की जेब से मिले सुसाइड नोट को आधार बनाया गया है.जिसमें फिंगेश्वर पुलिस के एक लाख रुपए मांगने और फिर प्रताड़ित करने का जिक्र है.
क्या है मामला ? : 20 नवबंर को गरियाबंद जिले के ग्राम लचकेरा निवासी दशरथ सिन्हा के घर चोरी हुई थी.जिसमें राजा राम निषाद का नाम आया. पुलिस ने राजा राम निषाद को थाने बुलाया. जिसके बाद वो गांव के सरपंच के साथ थाने गया.जहां उसे प्रताड़ित किया गया.चोरी के केस में दर्ज नाम को हटाने के लिए पुलिस ने राजाराम निषाद से एक लाख रुपए की मांग की.इससे पहले पुलिस ने राजाराम से बीस हजार रुपए की डिमांड की. इस वजह से राजाराम परेशान रहने लगा.आखिरकार पैसों का इंतजाम नहीं हो पाने की वजह से उसने एक सुसाइड नोट लिखकर अपनी जेब में रखा और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
महासमुंद पुलिस कर रही जांच :महासमुंद कोतवाली पुलिस को जब आत्महत्या की सूचना मिली तो मौके पर पहुंची.जहां राजाराम की जेब से सुसाइड नोट निकला.जिसे मौके पर ही पढ़कर सुनाया गया.सुसाइड नोट में फिंगेश्वर पुलिस की कारगुजारियां लिखी थी. उसके बाद महासमुंद पुलिस मर्ग कायम कर आगे की कार्यवाई में जुट गई. वहीं मृतक के परिजनों ने भी पुलिस पर प्रताड़ना के आरोप लगाए. परिजनों की माने तो बिना किसी सबूत और मोबाइल लोकेशन ट्रैस के राजाराम पर ना सिर्फ गंभीर आरोप लगाए गए.बल्कि थाने में पैसों की डिमांड और मारपीट की गई.जिसके कारण राजाराम ने सुसाइड कर लिया.