महासमुंद: 10 जून की सुबह, जिसे महासमुंद के लोग शायद ही कभी भूल पाएंगे. शंकर नगर इमलीभाठा के रेल्वे ट्रेक पर एक मां और पांच होनहार बेटियों ने सामूहिक आत्महत्या कर ली (Mahasamund suicide case). इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया. आखिर सामूहिक आत्महत्या के पीछे की वजह क्या थी ? मां और उसकी पांच बेटियों ने अपनी जीवन लीला खत्म करने कि क्यों सोचीं ? मां और बेटियां इस दुनिया से रुखसत तो हो गई, लेकिन इसके साथ कई सवाल छोड़ गईं. हालांकि बेचमा निवासी साहू परिवार की बेटियों के आत्महत्या पर महासमुंद सिटी कोतवाली ने शराबी पिता केजऊराम साहू पर केस दर्ज कर उसे रिमांड पर जेल भेज दिया है.
आत्महत्या की वजह जानने के लिए पुलिस लगातार काम कर रही है. पड़ताल के दौरान यह भी बात सामने आ रही है कि बेटियों को यह कह कर प्रताड़ित किया जाता रहा कि तुम बेटी हो, बेटी पराया धन होती है, बेटे ही कुल का चिराग है. मां को भी यह कह कर प्रताड़ित किया जाता रहा कि तुमने बेटा पैदा नहीं किया. एक शराबी बाप जिसने अपनी बेटियों का हुनर नहीं देखा. बेटियां बैडमिंटन में चैंपियन थी. पड़ोसी जिन्हें देख कर कहा करते थे कि साहू परिवार की बेटियों जैसी बेटी सभी को मिले. घर के आगंन और गांव के गलियों में हंसती खिलखिलाती ये पांच बेटियां अपने मुहल्ले की रौनक थी. जिनके जाने के बाद से पड़ोसियों के आंसू नहीं थम रहे हैं.
महासमुंद में ट्रेन से कटकर मां और 5 बेटियों की मौत, सीएम ने दिए जांच के आदेश
नेशनल प्लेयर थी भूमिका