महासमुंद: जिले मे वन्यप्राणी का शिकार रुकने का नाम नहीं ले रहा है. इसी कड़ी मे वन परिक्षेत्र पिथौरा में सूअर के शिकार का मामला सामने आया है. वन अमले को मुखबिर से सूचना मिली कि मोहंद गांव में कुछ लोग खेत में करंट लगा कर जंगली सूअर का शिकार किए हैं. सूचना पर वन अमला मोहंद पहुंचा. जहां उन्हें खेत में एक झोपड़ी दिखी. जहां 6 लोगों को रंगे हाथों पकड़ा. आरोपियों के पास से लगभग 50 किलो सुअर का मांस, तार और खूंटी भी जब्त किया गया है.
गरियाबंद में जंगली सुअर का शिकार करने खेत में बिछाया था करंट, युवक की गई जान
करंट लगाकर सूअर का शिकार
आरोपियों ने खेत में तार बिछाकर उसमे 11 KV की इलेक्ट्रिसिटी प्रभावित कर सूअरों का शिकार किया था. इन आरोपियों पर वन प्राणी संरक्षण अधिनियम की धारा के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोविड-19 के कारण लगातार निगरानी नहीं रख पा रहे हैं क्योंकि गांव में लोग घुसने नहीं दे रहे हैं. जिसके कारण जानवरों का शिकार हो रहा है.
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
- कुमार सिंह
- सन्तराम ठाकुर
- नेहरु साहू
- गेंद राम ध्रुव
- लोकनाथ यादव
- लालू प्रसाद यादव
बलरामपुर में भी जंगली सूअर का शिकार
बलरामपुरजिले के सेमरसोत अभ्यारण के अंतर्गत बुद्धूडीह गांव के पास जंगलों में वन्य जीव के शिकार का मामले सामने आया था. मामले में 23 अप्रैल को वन विभाग की टीम ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपियों से वन विभाग की टीम कड़ाई से पूछताछ कर रही है. वन विभाग की टीम को आरोपियों के पास से जंगली सूअर का कच्चा मांस और शिकार में उपयोग किए हथियार भी मिले थे. सेमरसोत अभ्यारण के अधीक्षक वी.भी केरकेटा के मुताबिक जिले में लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए ग्रामीणों ने जंगली सूअर का शिकार किया. उन्होंने बताया कि जैसे ही उनकी टीम को सूचना मिली की कुछ शिकारी जंगल की ओर गए हैं. तुरंत रेंजर डी.पी सोनवानी के नेतृत्व में टीम जंगल की ओर रवाना हुआ और शिकारियों की तलाश शुरू की गई.