महासमुंदः जिले के किसानों के साथ फर्जीवाड़ा करने वाले राइस मिल के मालिक पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. राइस मिल के मालिक तेज प्रताप चंद्राकर पर 32 किसानों से फर्जी सौदा पत्रक के माध्यम से धान खरीदने और उसका भुगतान नहीं करने का आरोप है. किसानों ने मामले पर थाने में शिकायत की है.
किसानों के साथ फर्जीवाड़ा बता दें कि ग्राम बकमा, बेलसोंडा, अरंड, सिरगिड़ी, बेमचा, खरोरा, बम्हनी, परसट्ठी, नांदगांव, निसदा, लाफिनकला, कोसमखुटा, हाडाबंद, कमरौद, और पारागांव के 32 किसानों ने साल 2016-17 में दो राइस मिल में हजारों क्विंटल धान बेचा था. जिस पर अब तक राइस मिल ने किसानों को भुगतान नहीं किया है.
करोड़ों का भुगतान बाकी
किसानों ने राइस मिल के इस फर्जी सौदेबाजी में मंडी प्रशासन के मिले होने की आशंका जताई है. किसानों ने बताया कि राइस मिलर ने फर्जी सौदा पत्रक काटा है और भुगतान करने का फर्जी रिकार्ड मंडी प्रशासन में रख लिया गया. लेकिन किसानों को धान का पैसा नहीं मिला है. उन्होंने बताया कि लगभग 1 करोड़ 62 लाख का भुगतान किया जाना था,जिसमें 1 करोड़ 20 लाख रुपए बाकी हैं.
आरटीआई से मिली जानकारी
मामले का खुलासा सूचना के अधिकार के माध्यम से मिले दस्तावेजों से हुआ है. जिसके मुताबिक किसानों के फर्जी हस्ताक्षर कर पैसे का भुगतान होना दर्शाया गया है. सूचना के अधिकार से मामले की जानकरी होने के बाद किसान लगातार पुलिस से गुहार लगा रहे थे. जिस पर कोतवाली पुलिस ने संज्ञान लेते हुए राइस मिल के संचालक तेज प्रताप पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है और इसकी जांच में जुट गई है.